सिवनी: स्वच्छता सर्वेक्षण में इनाम लेने वाली नगर पालिका अब अंधी हो चुकी है जी हाँ आपने बिलकुल सही सुना, सिवनी नगरपालिका अपनी आँखों का इलाज सिर्फ उस समय करती है जब स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम सिवनी आती है.
स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम के आने के पहले तो सिवनी में जगह जगह सफाई कर्मी शहर में साफ़ सफाई करते नजर आते है, फिर जैसे ही स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम सिवनी से निकलती है तो फिर सिवनी नगरपालिका अंधी हो जाती है.
स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम के सिवनी से जाते ही नगरपालिका का अंधा हो जाना हम इसलिए कह रही है क्योंकि नगरपालिका को शहर में कचरा सिर्फ उसी समय ही दिखाई देता है जब स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम सिवनी आरही होती है, टीम के सिवनी से निकलते ही जिले में ना तो सफाई कर्मी उस समय की तरह नजर आते है और ना ही किसी प्रकार की कोई साफ़ सफाई होती है
जैसा की आपने फोटो में देखा सिवनी के ह्रदयस्थल दलसागर चौपाटी के कार्नर मैं ही किस तरह से कचरा दिखाई दे रहा है , कचरा देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है की किस तरह नगरपालिका के सफाईकर्मि और खुद नगरपालिका साफ़ सफाई में क्या और कितना ध्यान दे रही है .
नागरिक परेशानी उठाने के साथ बीमारी की गिरफ्त में आकर अस्पताल का देख रहे मुंह
सिवनी नगरपालिका ने स्वच्छता सर्वेक्षण में इनाम पाकर गंदगी और कचरा मुक्त बनाकर का माहौल बनाने नगर पालिका का दावा धरातल पर ठीक से नहीं उतर पाया है, ये बात बिलकुल सच है. सिवनी जिले के मुख्य चौराहों से प्रमुख सड़क और कॉलोनियों में नजर आने वाला गंदगी का ढेर हकीकत बयान कर रहा है। इससे नागरिक परेशानी उठाने के साथ बीमारी की गिरफ्त में आकर अस्पताल का मुंह देख रहे हैं। बाजवूद जिम्मेदार अफसर अनदेखी कर रहे हैं।