सिवनी । गौरतलब है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांतीय अधिवेशन 8 से 11 जून(शहडोल)में सम्पन्न हुआ जिसमे महाकौशल प्रान्त में विद्यार्थी परिषद की सभी जिलों की नवीन कार्यकारणी गठित की गयी जिसमे सिवनी से श्री मयूर सोनी को जिला संयोजक की जिम्मेदारी प्रदान की गयी जिसकी घोषणा को बाद शहर में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है
आश्चर्य की बात यह है कि विद्यार्थी परिषद में अनेकों दायित्वों का निर्वाहन कर चुके और संगठन की अच्छी समझ रखने वाले और जमीनी स्तर के छात्र नेता ऋषभ कटरे के नाम की घोषणा न होना बहुत लोगो के गले नही उतर रही है और चर्चा यह भी है कि संगठन को बचाने और संगठन में भीतरघात कम करने के लिए ऋषभ ने स्वयं ही अपना नाम इस रेस से बाहर कर लिया और वह इस प्रांतीय अभ्यास वर्ग में भी उपस्थित नही हुए।
जिससे उन्हें करीब से जानने वाले और संगठन की समझ रखने वाले लोगो के यह बात गले नही उतर रही है। ऋषभ वर्ष 2015 से ही विद्यार्थी परिषद के लिए निस्वार्थ भाव से कार्य कर रहे है और संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाते नजर आए है और संगठन के प्रति उनका त्याग और परिश्रम किसी से छुपा नही है ऐसे में यह कहना गलत नही होगा कि संगठन और अपनों को बिखरने से बचाने के लिए ही ऋषभ ने अपनी बलि देदी।