सिवनी- बहुत से लोग होते है जिन्हें लोग जानते है लेकिन लोगों को वह नही जानते लेकिन उनके कार्य और व्यक्तित्व निश्चित ही उन्हें महान बनाते है ऐसे ही कुशल बुद्धि के धनी पं.अटल बिहारी वाजपेयी के सिवनी में 2 बार आगमन को लेकर अनेक घटनायें है जो उन्हें महान बनाती है ज्ञातव्य है कि 4 अप्रैल 1981 को जबलपुर से सिवनी आने के दौरान पं.अटल बिहारी वाजपेयी ने छपारा के निकट ग्राम अंजनिया के पटेल फैलकोश मो.जो कि उस समय 2500 एकड़ जमीन के मालिक थे और जिले में धनाड्य लोगों में उनकी गिनती थी श्री वाजपेयी उनके ग्राम अंजनिया निवास में पहुंचे और पार्टी गतिविधियों को लेकर चर्चा की साथ ही श्री पटेल चूंकि भाजपा के जिले के प्रमुख नेताओं में थे इसलिये वहां से आने के बाद फैलकोश मोहम्मद ने स्टेट बैंक के सामने आमसभा में पार्टी के हित में 1 लाख रूपए की राशि भेंट की थी।
इसी तरह सन 1993 में सिवनी प्रवास के दौरान मेघराज जैन जो कि भाजपा के प्रमुख प्रदेश के नेता थे उन्हें जानकारी मिली कि पं.अटल बिहारी वाजपेयी सिवनी आगमन होने जा रहा है इस दौरान उन्होंने इसकी सूचना पं.महेश प्रसाद शुक्ला को दी और साथ ही उस समय के भाजायुमो के जिलाध्यक्ष नरेश दिवाकर को जानकारी दी गई कार्यक्रम के दौरान जबलपुर से सिवनी आने के लिये दिवानखाने के भाजपा सदस्य ने अपना वाहन इस कार्य के लिये दिया साथ ही वाहन को ड्रायविंग करने के लिये रज्जू चतुर्वेदी ने दायित्व संभाला था साथ ही उस समय जबलपुर संभाग के प्रभारी पंकज जैन ने अटल जी के साथ उस समय के सांसद निर्मलचंद जैन के निवास पर सिवनी से पहुंचे नरेश दिवाकर एवं संजय मालू से भेंट कराई थी और सारथी के रूप में रज्जू चतुर्वेदी ने सिवनी तक अटल जी को लेकर आये थे.