सिवनी – प्रदेश सरकार द्वारा बच्चों को स्कूल जाने के लिये प्रेरित किया जा रहा है उन्हें हर सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है । लेकिन शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पांडियाछपारा में प्राचार्य एसएस कुमरे द्वारा प्रवेश के नाम पर 11 हजार रूपए लिये जा रहे है जिसको लेकर अभिभावकों में रोष व्याप्त है। एक अभिभावक बागडोगरी निवासी सत्यम पिता जागेश्वर से उक्त राशि ली गई इसी तरह अनुराग पिता संतोष बंशपाल से भी राशि की मांग की गई किंतु आर्थिक स्थिति अच्छी ना होने के कारण पालक द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी से शिकायत की गई और उन्होंने उक्त राशि को कम करवाया।
इसी तरह विद्यार्थियों को अंग्रेजी विषय एवं कला संकाय के लिये वर्जित कर दिया गया है। विगत चार वर्षो से यहां पर दबाव डालकर संस्कृत पढाने के लिये विवश किया जा रहा है। विज्ञान संकाय के बच्चों के प्रयोग के अंक काटे जाने को लेकर भी रोष व्याप्त है जिन बच्चों के प्रायोगिक परीक्षा में अंक काटे गये उन बच्चों को मुख्य परीक्षा में 80 से 85 अंक प्राप्त हुये है प्राचार्य द्वारा संस्था से टीसी लेने वालो से भी राशि वसूल की जाती है शासन द्वारा दुरूस्त अध्ययन केन्द्र भोज विश्व विद्यालय के अंतर्गत पांडिया छपारा केन्द्र को पूर्णत: बंद करने की मंशा से विगत समय में बीए प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को प्रवेश दिया गया।
इसी तरह बच्चों को प्रताडि़त करना और थाने जाने के बाद मामला रफा दफा करना को लेकर भी आये दिन शिकायतें आती है ततसंबंध में सरपंच रमेश प्रसाद देशमुख ग्राम पंचायत नसीपुर द्वारा 17 जुलाई को जनसुनवाई सिवनी में शिकायत की गई थी एवं कार्यवाही की मांग की गई थी।