सिवनी : सिवनी विकास कें लिऐ राज्य सरकार एवं शासन कि पहल अदुतीय हे किन्तु दुर्भाग्य ये हे एक और सरकार स्थानीय विशेष कें महत्व क़ो देख विकास कि पहल क़ो अग्रसर हे किन्तु सिवनी कें नेताओ , राजनेतिक पार्टियो और समाजिक संघठनों क़ो सिवनी से जुड़े स्थानीय परिवेश से देश में अपना नाम स्थापित किये सम्मानीय कें नाम से 24 से 36 हुऐ नगर पालिका परिषद , सिवनी कें वार्ड कें नाम से कोसो दूर रहे.
कहावत हे दिया तले अंधेरा आज सिवनी ने विश्व विख्यात आदि शंकराचार्य कें द्वारा स्थापित मठों में दो मठों कें शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी का जन्म स्थान हे तों एक और महिला नेत्री और सु श्री बिमला वर्मा जी जो भूतपूर्व केंद्रीय भी रही जिनका सभी राजनेतिक पार्टी , संघठन और जन मानस सम्मान करतें हे.
एक और सिवनी कें ऐतिहासिक दलसागर तालाब जो राजा दलपत शाह कें नाम से बनाया गया सिवनी से जुडी भावना और और कार्य , प्रेरणा जुड़े सम्मानीय कें नाम से होना चाहिऐ नये वार्डो का नाम जिसे संशोधित कर जोड़ा जाना चाहिऐ
वार्ड क्रमांक 11 जेसे राजा भोज कें नाम कि सिवनी में ऐसी खास आवश्कता नहीं हे अपितु राजा भोज कें नाम से भोपाल में ऐसी कि विरासतों , भावनो कें शामिल हे.
आदि शंकराचार्य , दलपत शाह और सुश्री विमला वर्मा जी , पं .मूलचंद दुबे जी कें नाम से नये वार्डो का नाम स्थापित हो जो सिवनी कें लिऐ गौरव कि और सच्ची भावना क़ो जोड़ेगी सस्ती राजनीति हो बंद ये गेर राजनेतिक मांग आम सिवनी कें नागरिक होने पर अपेक्षा कि जा रही नए वार्डो कें नाम में भी उपेक्षित रहा सिवनी शहर _लक्ष्मी कश्यप “समाजिक कार्यकर्ता “