सिवनी। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 44 में रविवार दोपहर ढाई बजे एक बार फिर ज्वलनशील एलपीजी से भरा टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया है। हालाकि नगझर में टाटा सर्विस सेंटर के पास फोरलेन सड़क किनारे पलटे एलपीजी टैंकर पलटने के कारण हाइवे में जाम की स्थिति निर्मित नहीं हुई। ना ही टेंकर पलटने के बाद उसमें लीकेज हुआ।
मौके पर सिवनी जिला प्रशासन की तत्परता
मौके पर पहुंचे कोतवाली थाना प्रभारी सतीश तिवारी, डूंडासिवनी थाना प्रभारी किशोर वामनकर, यातायात प्रभारी ब्रजेश बघेल ने इस घटना की जानकारी जबलपुर स्थित एलपीजी प्लांट के सेफ्टी प्रभारी को दी गई, जिसके बाद जबलपुर से सेफ्टी अधिकारियों का दल मौके पर पहुंच गया है। टेंकर को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की कार्रवाई की जा रही है।
सुरक्षा उपाय और पूर्व की घटनाएं
गौरतलब है कि 15 अगस्त की रात गोपालगंज फोरलेन तिराहे में एलपीजी से भरा टैंकर अनियंत्रित होकर पलट गया था, जिसे करीब 15 घंटे बाद सड़क से हटाया गया था। महज चार दिनों में ज्वलनशील एलपीजी टैंकर पलटने की जिले में यह दूसरी घटना है।
यातायात प्रबंधन और सुरक्षा
यातायात थाना प्रभारी विजय बघेल ने बताया कि तमिलनाडू के चेरनापल्ली से एचपीसीएल कंपनी का एलपीजी गैस से भरा टेंकर जबलपुर के मनेरी संयंत्र जा रहा था। टेंकर क्र. एमपी 17 एचएच 4822 नगझर के पास आगे चल रहे बाइक सवार को बचाने के प्रयास में अनियंत्रित होकर नीचे उतरकर सड़क किनारे खाली जमीन में पलट गया।
सुरक्षा अधिकारियों का दल और उनकी भूमिका
एलपीजी टैंकर पलटने की घटनाओं में सुरक्षा अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। जबलपुर से पहुंची सुरक्षा अधिकारियों की टीम ने टैंकर की स्थिति का निरीक्षण किया और आवश्यक सुरक्षा उपायों को लागू किया।
पूर्व घटना का पुनरावलोकन
15 अगस्त की रात घटित घटना में भी सुरक्षा अधिकारियों ने तत्परता से कार्य किया था। गोपालगंज फोरलेन तिराहे में पलटे टैंकर को सुरक्षित हटाने में 15 घंटे का समय लगा था। इस घटना ने सुरक्षा मानकों की जांच और उन्हें सख्ती से लागू करने की आवश्यकता को रेखांकित किया।
यातायात विभाग की तैयारी
यातायात विभाग ने इन घटनाओं से सबक लेते हुए और अधिक सावधानी बरतने का निर्णय लिया है। यातायात प्रभारी ब्रजेश बघेल ने बताया कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
एलपीजी टैंकरों की सुरक्षा
एलपीजी टैंकरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई मानक लागू किए गए हैं। इन मानकों का पालन न करने पर दुर्घटनाएं हो सकती हैं। एलपीजी टैंकरों की स्थिति की नियमित जांच, ड्राइवरों की प्रशिक्षण और यातायात नियमों का सख्ती से पालन आवश्यक है।
टैंकर दुर्घटनाओं के कारण और निवारण
एलपीजी टैंकर दुर्घटनाओं के पीछे कई कारण हो सकते हैं। इनमें ड्राइवर की गलती, वाहन की खराबी, सड़क की स्थिति और अन्य कारक शामिल हैं। इन दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सभी संबंधित पक्षों का सहयोग आवश्यक है।
राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 44 पर हाल ही में हुए एलपीजी टैंकर हादसे ने एक बार फिर सुरक्षा और यातायात प्रबंधन की महत्वपूर्णता को उजागर किया है। प्रशासन की तत्परता, सुरक्षा अधिकारियों की भूमिका और यातायात विभाग की तैयारी इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में सहायक हो सकती है।