सिवनी जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में स्थित केजीएन कॉलोनी 03 जुलाई 2025 की दोपहर उस समय मातम में बदल गई जब हड्डी गोदाम एरिया में 18 माह का मासूम बच्चा रोहान खान एक स्कूली ऑटो की चपेट में आ गया। यह दर्दनाक हादसा दोपहर लगभग 1:30 बजे घटित हुआ, जब बच्चा सड़क पर खेल रहा था और उसी वक्त एक स्कूली ऑटो तेजी से वहां से गुजर रहा था।
इस दुर्घटना का CCTV वीडियो भी सामने आया है, जो घटना की वास्तविकता को दर्शाता है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बच्चा सड़क के किनारे खेल रहा था और ऑटो चालक ने बिना सतर्कता के वाहन आगे बढ़ाया, जिससे बच्चा चपेट में आ गया। यह दृश्य इतना हृदय विदारक था कि देखने वालों की रूह कांप उठी।
घटना के बाद पूरे क्षेत्र में पसरा मातम, परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। बच्चे की मां-बाप का रो-रो कर बुरा हाल है। क्षेत्र में शोक का माहौल व्याप्त है। इस नन्हे जीवन की अकाल मृत्यु ने हर किसी की आंखों को नम कर दिया है। मासूम रोहान की मौत ने पूरे इलाके में दुख की लहर दौड़ा दी है।
ऑटो चालक मौके से फरार, पुलिस कर रही तलाश
दुर्घटना के तुरंत बाद ऑटो चालक मौके से फरार हो गया। कोतवाली थाना पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच प्रारंभ कर दी है। CCTV फुटेज के आधार पर चालक की पहचान की जा रही है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। एफआईआर दर्ज कर ली गई है और धारा 304A (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
स्थानीय लोगों की मांग – ऑटो चालकों पर लगे नियंत्रण
इस दर्दनाक हादसे के बाद स्थानीय नागरिकों में आक्रोश व्याप्त है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि स्कूली वाहनों पर सख्त निगरानी रखी जाए। कई लोगों ने बताया कि स्कूली ऑटो चालक अक्सर ओवरलोडिंग करते हैं, तेज गति से वाहन चलाते हैं और ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करते। यदि समय रहते ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन करवाया जाता तो यह मासूम आज जीवित होता।
दर्दनाक घटना से मिले सबक
- सिवनी में घटित यह घटना सिर्फ एक दुर्घटना नहीं बल्कि व्यवस्था की खामियों का परिणाम है।
- हमें यह समझना होगा कि बच्चों की सुरक्षा सबसे पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।
- यातायात नियमों का पालन, वाहन की वैधता की जांच, चालकों की योग्यता – ये सभी पहलुओं पर संवेदनशीलता और सख्ती दोनों जरूरी हैं।
- हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी बनती है कि हम ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न होने दें।