सिवनी – जिला शिक्षा विभाग के खेलकूद विभाग द्वारा खो-खो प्रतियोगिता की संभाग स्तरीय प्रतियोगिता जबलपुर में आयोजित की गई है। इस प्रतियोगिता में शामिल होने के लिये सिवनी से 7 टीम भेजी गई है देखा गया कि इस टीम को पहुंचाने के दौरान खेलकूद प्रभारी जस्सी थामस द्वारा जानवरों की तरह बच्चों को बस में भरकर भेजा गया जबकि सिवनी से जबलपुर पहुंचने में लगभग 3 से 4 घंटे लगते है।
गौरतलब है कि प्रत्येक टीम में 12 खिलाड़ी होते है और कुल 7 टीम में 72 खिलाड़ी एवं 5 शिक्षक को शामिल किया जाता है इतने लोगों को पहुंचाने के लिये 30 सीटर बस की व्यवस्था खेलकूद प्रभारी द्वारा की गई थी और बच्चों को भी जाने के लिये सही समय ना बताने के कारण प्रात: 5 बजे से बच्चे कचहरी चौक में बस के इंतजार में घूमते दिखे जब उनसे चर्चा की गई तो इन बच्चों ने बताया कि पूरे जिले की 7 टीमें जबलपुर जा रही है और 4 एवं 5 अगस्त को हमारा मैच होगा।
प्रश्न इस बात का है कि जानवरों की तरह बच्चों को जबलपुर ले जाने के बाद तत्काल ही मैच खिलाये जाने पर बच्चे अपनी प्रतिभा को कैसे प्रदर्शित करेंगे यह चिंतन का विषय है इतना ही नही जब बच्चे जा रहे थे इस दौरान ना तो कचहरी चौक में शिक्षा विभाग का कोई अधिकारी उपस्थित था और ना ही खेलकूद अधिकारी ऐसे में बच्चों की दरकार सुनने वाला भी कोई नही था यह पहली बार नही बल्कि शिक्षा विभाग द्वारा हर बार इसी तरह खिलाडियों को पहुंचाया जाता है जबकि खेलकूद के लिये विभाग द्वारा पर्याप्त राशि दी जाती है इसके बावजूद भी खेलकूद अधिकारी की उदासीनता लोगों की समझ से परे है।