केवलारी- एक तरफ देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी देश का भविष्य कहलाने वाले नौनिहालों की शिक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ रहे उनका सपना है देश का प्रत्येक बच्चा पढ़े लिखे ओर शिक्षित बने इसके लिये केन्द्र बा राज्य सरकार नई नई योजना लागू कर रही जिस वजह से गरीब से गरीब बच्चा स्कूल में शिक्षा ग्रहण कर रहा है किन्तु उनके ही कुछ कर्मचारी उनके इस सपने को पतिला लगा रहे है ओर शाला विकाश के लिये आये पेसो एवं बच्चों से फीस के नाम पर लिये गये पेसो का बंदर बांट करने में लगे है ऐसे ही एक ताजा मामला केवलारी तहसील के अंतर्गत आने वाली ग्राम खरसारू का हमारे द्वारा कुछ दिनो पूर्व प्रकाशित किया गया था ।
जहां पर हाई स्कूल प्रचार्य इब्राहिम कृपाल ने अपने सुविधानुसार नियम कानून बना रखे हैं उल्लेखनीय होगा कि स्थनीय निवासीयो का कहना है की स्कूल प्राचार्य द्वारा अनेक अनियमितताएं की गई हैं जैसे प्रत्येक स्कूल में पालक शिक्षा समिति का गठन किया जाता है जिसमें पारदर्शिता नहीं वर्ति गई है अपने हिसाब से नियमों को ताक पर रखकर सदस्य एवं अध्यक्ष की नियुक्ति की गई है जो उनके द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार में सवाल खड़े ना कर सके ऐसे ही इनके द्वारा प्रत्येक नवमी एवं दसवीं कक्षा में अध्ययनरत छात्रों से फीस के नाम पर 850 रुपये वसूले गए हैं जिनकी रसीद कुछ बच्चों को दी गई है एवं कुछ बच्चों को नहीं दी गई है उल्लेखनीय होगा कि स्कूल की ओर से दी गई रसीद में ना ही स्कूल की सील लगाई गई है और ना ही उसमें किसी प्रकार का विवरण दिया गया है ऐसे ही एक अजीबोगरीब मामला है जिसमें स्कूल प्रचार द्वारा बगैर समिति के प्रस्ताव की एक 12000 रुपयों का प्रिंटर खरीदा गया है आपको बता दें की स्कूल में नाही बिजली फिटिंग की गई है और ना ही कंप्यूटर है इसके बाद भी प्राचार्य द्वारा प्रिंटर खरीदा गया है जब इस बात की जानकारी ग्रामीणों को हुई तो उनके द्वारा स्कूल में जाकर प्राचार्य से पूछा गया कि जो आपके द्वारा प्रिंटर खरीदा गया है वह कहां है एवं उसका उपयोग क्या है तो उनका कहना था कि वह प्रिंटर मेरे घर सुरक्षित रखा है जिसमें मैं अपने निजी कार्य करता हूं आपको बता दें की इनके द्वारा साला विकास समिति से बगैर प्रस्ताव के एक अलमारी, फट्टि, कुर्सी इत्यादि अनेक वस्तुओं की खरीदी की गई है इनके द्वारा टूर एंड ट्रेवल्स के फर्जी बिल लगाकर पैसे निकाले गए हैं अनेक बिल चाय नाश्ता के भी लगाए गए हैं ऐसे ही फोटो कॉपी और स्टेशनरी के बिल भी लगाए गए हैं ग्रामीणों के इन पर यह भी आरोप लगया है कि यह बिल किसी और का लगाते हैं और चेक स्वयं के नाम पर काटते हैं एवं यह आये दिन शाला कार्यों के नाम से बाहर जाते स्कूल से हमेशा नदारद रहते है इत्यादि अनेक अनीमीतये की गई जिनकी उक्त संपूर्ण जानकारी ग्राम के ही सुजीत बघेल जो सांसद प्रतिनिधि भी हैं आरटीआई से लेना चाहा किंतु उनका कहना है उन्हें पूर्ण जानकारी नहीं दी गई जिससे उनके द्वारा मध्यप्रदेश शासन की सी एम हेल्प लाइन सेवा में अपनी शिकायत दर्ज करा दी गई जिसके अंतर्गत दिनांक 12/09/2018 को शिक्षा विभाग की तरफ से जांच में पहुंचे ओर सम्पूर्ण दस्तावेजों की जांच की गई जिसमें अनेक अनीमीतये पाई गई है जिसका जांच प्रतिवेदन जांच अधिकारी द्वारा उचित कार्यवाही के लिये संबंधित बीईओ को दे दिया गया है ! उल्लेखनीय होगा की ग्रामीणों जेसे सुजीत बघेल सुजान बघेल सोहन साहू बसंत साहू घनश्याम साहू इत्यादि का कहना है की जांच पर आये अधिकारी आर के झरिया पक्षपात करते हुये एवं स्कूल प्रचार्य को बचाने का प्रयास करते नजर आ रहे थे ओर उनका कहना है की मुझे दिये गये बिंदुओं में ही जांच करना है ओर मुझे कहा गया है स्कूल में प्रिंटर है या नहीं यही देखना है उसकी उपयोगिता के विषय में कोई टिकाटिपणी मेरे अधिकार क्षेत्र के बाहर एसे ही टूर एण्ड ट्र्वल्स के विषय में भी कहा गया की बच्चे घूमने गये या नहीं वह किसके भुगतान में गये इससे मुझे मतलब नहीं इत्यादि , इसी वजह से जांच अधिकारी एवं ग्रामीणों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई ओर जांच अधिकारी ग्रामीणों के समाने पंचनामा तयार किये बिना बहा से निकल गये ! आपको बता दे की ग्रामीणों का कहना है की जब स्कूल में ना ही बिजली फिटिंग है ओर ना कम्पूटर तो फिर 12000 रुपयों का स्कूल में प्रिंटर की क्या आवश्कता रही होगी यह जांच का विषय था ऐसा ही सभी बच्चों को बगैर विवरण दिये फीस की रसीद दे दी जीसमें स्कूल की ना ही सील लगाई गई है ओर ना ही प्रचार्य के साइन हुये है एसे ही बच्चे स्वयं के खर्चे से घूमने गये जिसे स्कूल प्रचार्य के द्वारा बिल लगाकर राशि का आहरण कर लिया गया है इत्यादि अनेक बातें है किन्तु इन सब बातों को जांच अधिकारी द्वारा नजरांदाज कर दिया गया इससे उनकी कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह उठना लाजमी है आखिर क्यों इनके द्वारा जांच में तथ्यों को एसे घुमाया जा रहा !
इनका कहना है : दिये गये बिंदु की मेरे द्वारा जांच कर ली गई है एवं उक्त सम्पूर्ण विषयों का जांच प्रतिवेदन उचित कार्यवाही के लिये संबंधित बीईओ को प्रस्तुत कर दिया गया है जांच अधिकारी आर के झरिया बोथिया हाई स्कूल प्रचार्य