RBSK टीम को देख मुस्कुराती हुई दौड़ती आई .. दिव्या
सिवनी //दिल में छेद बिमारी का हुआ नि:शुल्क ऑपरेशन शासन की जन हितेशी, जनकल्याणकारी योजनाओं में से एक राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजना गरीब बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि कुरई विकासखण्ड के ग्राम सुकतरा स्थित आदिवासी कन्या आश्रम में दूर-दराज ग्रामों के बच्चे रह कर शिक्षा ग्रहण करते हैं। सभी बच्चे ग्रामीण परिवेश से मजदूरों और किसानों के होते हैं। उचित मार्ग दर्शन व आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण अक्सर बच्चे व बड़े स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से ग्रसित व अनभिज्ञ होते हैं ।
मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि आरबीएसके टीम व डॉ रश्मि दुबे के द्वारा आदिवासी कन्या आश्रम में रह रही बालिकाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इसी क्रम में ग्राम खाम्बा निवासी एक दुबली-पतली कमजोर बच्ची दिव्या 8 वर्ष पिता रतनलाल का स्वास्थ्य परीक्षण दौरान दिव्या के शांत रहने, पैरों में दर्द व कमजोरी का कारण डॉ रश्मि दुबे ने परीक्षण कर दिव्या के परिजनों से मिल कर बच्ची को जन्मजात हृदयरोग (दिल में छेद बिमारी) की बीमारी से ग्रसित पाया गया। तब दिव्या को स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित कैम्प बुलवाकर विशेषज्ञों द्वारा दिव्या का स्वास्थ्य परीक्षण कर चिकित्सकों के आश्वासन और रोग की गंभीरता को देखते हुए दिल में छेद का आपरेशन से ठीक होने की बात परिजनों से कही गई जिसके बाद बच्ची के माता-पिता ऑपरेशन के लिए तैयार हो गए। दिव्या के माता-पिता की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण दिव्या को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम योजनांतर्गत 90 हजार रूपये की सहायता राशि स्वीकृत कर दिव्या के दिल में छेद बिमारी का नि:शुल्क ऑपरेशन कराया गया। कुछ माह बाद टीम फालोअप के लिए बच्ची के गॉंव पहुँची तो दिव्या टीम को देख मुस्कुराती हुई दौड़ती आई। तब टीम द्वारा बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण कर बच्ची का वजन पूर्व से 3·5 किलो बढ़ना पाया गया जिससे बच्ची अब बिल्कुल स्वस्थ्य है। दिव्या के माता-पिता ने शासन द्वारा संचालित मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना की सराहना करते हुये शासन का धन्यवाद कहा।