सिवनी- विकास की योजनाएं किस तरह से ग्रामीण अंचलों में कार्यन्वित हो रही है,इसका उदाहरण देखने के लिये आपको किसी सुदूर अचल में जाने की जरूरत नही है।
मुख्यलाय से नागपुर रोड़ एन एच 7 मार्ग पर स्तिथ ग्राम पँचायत नदौरा के निवासी आज भी खुले आसमान के नीचे अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने पर मजबूर है,आज इसी तरह से ग्राम के सूर्यवंशी परिवार को अपने बुजुर्ग के अंतिम संस्कार में अस्थियी प्लास्टिक का शेड बना कर शव को वर्षा के पानी से बचाव हेतु रखना पड़ा,
रिमझिम बारिस के मध्य किसी तरह मिट्टी तेल का उपयोग कर शव दाह करने में परिजनों को घण्टो मशक्त करनी पड़ी वही अंतिम यात्रा में आए ग्रामीण भी छाते की मदद से स्वयं को वर्षा के पानी से बचाव करते देखे गये।।
जब हमने तहकीकात की तो मालूम चला की मोक्ष धाम के लिये ग्राम पचायत की जमीन पर कुछ दबंगों का कब्जा है ,जिसका सीमांकन करने हेतु ग्राम पंचायत सचिव मंजू बन्देला द्वारा राजस्व विभाग से आवेदन द्दे दिया गया,
लेकिन अतिक्रमण कारी नाल जोख के दौरान नदारत हो जाते हे जिससे भूमि मूक्त नही हो पा रही है।
वही सचिव का कहना है कि उनके पास मोछ धाम हेतु पर्याप्त राशि हे लेकिन भूमि नही होने से शेड सहित मोक्छ धाम नही बनवा सके है।
राजस्व विभाग सिवनी में पदस्थ तहसीलदार प्रभात मिश्रा ने चर्चा के दौरान
बताया कि जल्द ही जमीन का सीमांकन कार्य पूर्ण करवा ग्राम पंचायत को आवंटित की जायेगी ताकि मोक्छ धाम बन सके।