सिवनी । सिवनी के बरघाट विकासखंड मुख्यालय में वर्षों से 30 बिस्तरों वाला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित है, जिसे पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा उन्नयन कर सिविल अस्पताल में परिवर्तित करने हेतु 17 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई थी। सिवनी कलेक्टर के रूप में अपनी सेवायें देने वाले धनराजू एस स्वास्थ्य सेवा विभाग में संचालक के पद पर रहते हुये व्यक्तिगत रूचि लेकर उक्त राशि स्वीकृत करायी थी।
लेकिन वर्तमान कांगे्रस सरकार द्वारा ना केवल बरघाट को मिलने वाली सिविल अस्पताल की सौगात वापस ले ली गई, बल्कि आम मतदाताओं को भ्रमित करने के लिये 50 बिस्तर वाला नया भवन बनाने का कार्यादेश जारी भी कर दिया है। विगत दिनों स्थानीय कांगे्रसी विधायक अर्जुन काकोडिय़ा द्वारा वर्तमान में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर का निरीक्षण कर दावा किया था कि अब बरघाट में ज्यादा अच्छे तरीके से स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध हो जायेंगी, क्योंकि बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जा रही है।
यहां यह बताना आवश्यक है कि स्वास्थ्य विभाग के दिशा निर्देशों के अनुसार केवल चार श्रेणी के अस्पतालों का संचालन ही किया जाता है, जहां प्राथमिक, सामुदायिक, सिविल एवं जिला अस्पताल की श्रेणी सूचीबद्ध है।
स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार अगर बरघाट में सिविल अस्पताल स्वीकृत होता तो ना केवल बिस्तरों की संख्या 100 होती बल्कि उसी आधार पर 16 विभिन्न तरह के चिकित्सीय सेवायें देने वाले विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति हो जाती, जिसके बाद अस्पताल में ही छोटे-बड़े ऑपरेशन सहित प्रसव प्रक्रिया के लिये ऑपरेशन थिऐटर भी स्वीकृत करना स्वास्थ्य विभाग की मजबूरी हो जाती।