MP Weather Forecast: मध्य प्रदेश में शीतलहर अब अपने पाँव पसारने लगी है और मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 5 जिलों में शीतलहर का अलर्ट ( Cold wave alert ) भी जारी कर दिया है, मौसम विभाग के भोपाल केंद्र के अनुसार मध्यप्रदेश में ठंड ने पिछले 5 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
उत्तर भारत में हो रही बर्फवारी की वजह से मध्यप्रदेश में आ रही ठंडी हवाओं ने प्रदेश को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है. मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार मध्यप्रदेश में ठण्ड ने बीते 5 साल को रिकॉर्ड तोड़ दिया है.
इसके साथ ही मौसम विभाग ने मध्यप्रदेश के 5 जिलों में शीतलहर का अलर्ट ( Cold wave alert ) भी जारी कर दिया है, इसके साथ ही इंदौर, भोपाल, रायपुर, बिलासपुर समेत अन्य बड़े शहरों का तापमान भी तेजी से गिरा है.
मध्य प्रदेश के सिवनी, जबलपुर, बैतूल, खरगोन, छतरपुर में शीतलहर का अलर्ट जारी
मध्यप्रदेश के सिवनी, जबलपुर, बैतूल, खरगोन, छतरपुर में पारा लगातार ही और बहुत तेजी से गिर रहा है इन पांचो जिलों में मौसम विभाग ने शीतलहर का अलर्ट जारी किया है. पिछले 24 घंटे में सबसे कम तापमान खजुराहो में 6 डिग्री दर्ज किया गया. 25 नवंबर के बाद कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताई जा रही है. बीते रोज सबसे सर्द रात वाले इलाकों में बैतूल, खरगोन, पचमढ़ी, ग्वालियर, दतिया और रायसेन रहे. वहीं राजधानी भोपाल में रात का पारा 12 डिग्री तक गिर गया. यह भी पढ़ें: एमपी में बर्फबारी के साथ उत्तरी हवाओं ने ढाया सितम: सिवनी, जबलपुर, बैतूल, खरगोन, छतरपुर में शीतलहर का अलर्ट जारी
MP के ठंडे स्थानों का न्यूनतम तापमान
– खजुराहो में 6 डिग्री
– पचमढ़ी में 6.6 डिग्री
– नौगांव में 7.2 डिग्री
– उमरिया में 7.4 डिग्री
– रायसेन में 7.8 डिग्री
– बैतूल में 8 डिग्री
– छिंदवाड़ा-मंडला में 8.6 डिग्री
– जबलपुर में 9.5 डिग्री
– दतिया में 9.6 डिग्री
– ग्वालियर में 9.9 डिग्री
– खरगोन-राजगढ़ में 10 डिग्री
पहली बार 30 से नीचे पहुंचे MP का तापमान
मध्यप्रदेश में पहली बार ऐसा हुआ है कि मध्यप्रदेश के अनेकों शहरों का तापमान 30 डिग्री के नीचे पहुंच गया. सुबह और शाम के समय तो ठिठुरन होने लगी है. ठण्ड और ठिठुरन की वजह से शाम होते ही छोटे शहरों में बाजार बंद होने लगे हैं. मौसम विभाग ने लोगों को ठंड से बचे रहने के लिए कहा है.
ठण्ड से बचने के लिए खुदको इस तरह रखें गरम – डॉ. प्रवीण श्रीवास्तव
सिवनी जिले के वरिष्ठ डॉक्टर प्रवीण श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि शीतलहर और अत्यधिक ठण्ड के समय ज्यादातर मरीजों में अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (यूआरटीआई), लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (एलआरटीआई), उच्च तनाव, स्ट्रॉक और म्योकार्डियल इंफेक्शन की शिकायत नजर आती है.
डॉ प्रवीण श्रीवास्तव ने आगे कहा “इन बीमारियों से अगर बचना है तो खुद को गर्म रखना अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है. इन सभी परेशानियों से बचने के लिए आपको प्रतिदिन चार से पांच गिलास गर्म पानी पीना चाहिए. पारंपरिक हीटर की जगह तेल वाले हीटर का प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि पारंपरिक हीटर वातावरण को शुष्क कर देते हैं. लेकिन प्रमुख तौर पर अपने शरीर को ऊंनी कपड़े, दस्ताने, टोपा, मोजे आदि से ही गर्म रखें.”