मध्य प्रदेश में भले ही चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है. लेकिन उससे पहले ही सियासी पारा चढ़ने लगा है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दल चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं. कांग्रेस ने भी बीजेपी में सेंधमारी का दौर शुरू कर दिया है.
ग्वालियर : मध्य प्रदेश में भले ही चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया गया है. लेकिन उससे पहले ही सियासी पारा चढ़ने लगा है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दल चुनाव की तैयारियों में जुटे हुए हैं. कांग्रेस ने भी बीजेपी में सेंधमारी का दौर शुरू कर दिया है. कांग्रेस नेता केके मिश्रा की मानें तो एक दर्जन से अधिक बीजेपी के बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के संपर्क में है. और वह वे एक-एक करके कांग्रेस में आएंगे.
कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने कहा कि जो बीजेपी कल तक कांग्रेस मुक्त भारत की बात करती थी अब उस पार्टी में इतनी अंतरकलह बढ़ गई है कि एमपी अब बीजेपी मुक्त होने की ओर बढ़ रहा है. उपचुनाव में जीत हमारी ही होगी. बीजेपी के नेता परेशान होकर हमारे पास आएंगे.
वहीं कांग्रेस के इस दावे पर बीजेपी का कहना है कि कांग्रेस नेतृत्व बहुत कमजोर है यही कारण है कि कांग्रेस लगातार टूट रही है जिसका फायदा बीजेपी को मिल रहा है. नेताओं के पार्टी छोड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जब कोई व्यक्ति पार्टी छोड़कर जाता है तो दुख तो होता है लेकिन जनता सब जानती है कि राष्ट्रवाद और राष्ट्र हित की बात करने वाली केवल एक ही पार्टी है वह है बीजेपी.
आपको बता दें कि पिछले दिनों बीजेपी सरकार में सामान्य वर्ग निर्धन आयोग के अध्यक्ष रहे बालेंदु शुक्ला बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए थे. उन्होंने कहा था कि बीजेपी में कई लोग ज्योतिरादित्य के आने से खुश नहीं हैं. यह बात सही है कि मेरा ज्योतिरादित्य सिंधिया से मनमुटाव रहा है.