बर्दवान: बर्दवान के रहने वाले अल-हिलाल शेख व्यापार के सिलसिले में चीन में ही रहते हैं. मगर इस वक्त की स्थिति को मद्देनजर रखते हुए अल-हिलाल का परिवार और वह खुद डरा सहमा सा है. हाल ही में चीन द्वारा भारतीय सेना के ऊपर धोखे से हमला किए जाने पर दोनों देशों के बीच तनातनी तेज हो चुकी है. 20 जवानों की शहादत की खबर सुनते ही अल-हिलाल का परिवार भी इसी चिंता में डूब गया कि अब भारत चीन के रिश्तों का क्या होगा.
और इस वक्त भारत चीन बॉर्डर की स्थिति को भांपते हुए हैं अल-हिलाल का परिवार अब यह चाहता है कि जल्द से जल्द उनका बेटा घर वापस लौट आए. पूर्वी बर्दवान के नवीनगढ़ में स्थित शेख अल हिलाल का परिवार रहता है और अल-हिलाल पिछले 20 सालों से चाइना के शिन्ज़ेन में टेक्सटाइल का व्यापार करता है. शादी के बाद अल-हिलाल शिन्ज़ेन में ही अपनी पत्नी को लेकर चला गया लेकिन अब उसका पूरा परिवार फंसा हुआ है.
अल-हिलाल की पत्नी नरगिस परवीन और उनका 13 साल का बेटा आहान शेख अपने देश भारत वापस लौटना चाहते हैं और इसके साथ-साथ लॉकडाउन के चलते करीब 4 महीने से उनकी दुकान और व्यापार सबकुछ बंद था. चीन में कोविड संक्रमण के कम होते ही धीरे-धीरे जब जनजीवन पटरी पर लौट रहा था तभी अचानक से भारत और चीन के बीच ऐसी गंभीर परिस्थिति पैदा हो गई. ऐसी स्थिति में किसी भी भारतीय मूल के परिवार की चिंता बढ़ सकती हैं.
अल-हिलाल के घर पर उनके रिटायर हो चुके शिक्षक पिता मोहम्मद जॉइनल आबेदीन और मां हलीमा बीबी और उनके भाई रहते हैं. और यह सभी लोग यही चाहते हैं कि घर का बेटा वापस अपने घर जल्द से जल्द लौट आए. अल हिलाल के माता-पिता बार-बार उसे फोन कर उसकी खबर लेते रहते हैं कि किस हालत में वह लोग अभी वहां पर रह रहे हैं. अल हिलाल के परिवार को यकीन है कि जल्द से जल्द समस्या का समाधान होगा और उनका बेटा अपने परिवार समेत घर वापस लौट आएगा.