Jyotiraditya Scindia joins BJP / बीजेपी में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया
सूत्रों के हवाले से खबर है कि सिंधिया को राज्यसभा भेजा जा सकता है और मोदी कैबिनेट में शामिल भी किया जा सकता है.
नई दिल्ली: कांग्रेस का हाथ छोड़ चुके ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया. भाजपा में सिंधिया को शामिल करने के बाद बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, ‘आज हमारे लिए बहुत ही खुशी की बात है कि सिंधिया जी आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए. मैं सभी कार्यकर्ताओं की तरफ से उनका स्वागत करता हूं.’
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी में शामिल होने के बाद कहा, ‘सबसे पहले मैं पीएम मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा जी को धन्यवाद देना चाहूंगा कि उन्होंने अपने परिवार में जगह दी. मेरे जीवन में दो तारीख बहुत अहम रही. ये वो तारीख रही जिन्होंने मेरे जीवन को बदल दिया. पहला दिवस 30 सितंबर 2001 जिस दिन मैंने अपने पिताजी को खोया. वो मेरे लिए जीवन बदलने का दिवस था. दूसरी तारीख 10 मार्च 2020 जो उनकी 75वीं वर्षगांठ थी. जहां जीवन में एक नए मोड का सामना कारके मैंने निर्णया लिया. मैंने सदैव माना है कि हमारा लक्ष्य भारत में जनसेवा होना चाहिए. राजनीति केवल उस लक्ष्य की पूर्ति करने का माध्यम होना चाहिए. मेरे पूज्य पिताजी और मैंने पूरी श्रद्धा के साथ प्रदेश और देश कांग्रेस पार्टी के द्वारा की सेवा करने की कोशिश की है. लेकिन मन बहुत व्यथित हुआ. जनसेवा के लक्ष्य की पूर्ति उस संगठन के माध्यम से नहीं हो पा रही थी. वर्तमान में जो स्थिति कांग्रस पार्टी की है उसमें यह संभव भी नहीं है.’
जहां कहा गया था कि 10 दिनों में किसानों का ऋण माफ करेंगे वो आज तक नहीं मिल पाया है. आज भी हजारों किसानों पर आंदोलन के दौरान किए गए प्रदर्शन के केस दर्ज हैं. होली के दिन ज्योतिरादित्य ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है।
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आपको बता दें कि कमलनाथ सरकार के 6 मंत्रियों समेत कुल 22 विधायकों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के तुरंत बाद ही कांग्रेस को अलविदा कह दिया था. इसके बाद कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई है. मंगलवार को भोपाल में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में निर्दलीय समेत कुल 94 विधायक ही शामिल हुए थे.
सिंधिया समर्थक विधायक बनेंगे मध्य प्रदेश में मंत्री
मध्य प्रदेश में बहुमत के लिए अब 104 विधायकों की जरूरत है. क्योंकि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद विधानसभा की सदस्य संख्या 230 से घटकर 206 ही रह गई है. आपको बता दें कि 2 विधायकों की सीटें उनके देहांत के बाद खाली हैं जहां उपचुनाव होने हैं. सूत्र बता रहे हैं कि इस्तीफा देने वाले सिंधिया समर्थक विधायकों में से 5 से 7 को मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद मंत्री पद दिया जा सकता है. शिवराज सिंह चौहान की एक बार फिर से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में ताजपोशी हो सकती है.
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भाजपा ने अपने विधायकों को भोपाल से बाहर भेजा
इस बीच भाजपा ने अपने 106 विधायकों को भोपाल से हरियाणा के मानेसर भेज दिया है. सिंधिया समर्थक 19 विधायकों को भी बेंगलुरु से दिल्ली लाए जाने की संभावना है. जहां से फ्लोर टेस्ट के लिए उनको भोपाल लाया जा सकता है. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में 26 मार्च को तीन राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव होने हैं. कांग्रेस ने भी अपने बचे हुए सभी विधायकों को मध्य प्रदेश से बाहर जयपुर भेज दिया है.
दिल्ली: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफे के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. जिसके बाद अभी अभी खबर है कि सिंधिया ने अब भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है (Jyotiraditya Scindia joins BJP) . इसके साथ ही ये भी खबर है की ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजा जा सकता है और मोदी कैबिनेट में शामिल भी किया जा सकता है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार सुबह अपने घर से गाड़ी चलाते हुए अकेले निकले. उन्होंने गुजरात भवन में अकेले गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. जिसके बाद अमित शाह की गाड़ी में बैठकर सिंधिया शाह के घर से निकले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की.
पत्रकारों के सवाल पर सिंधिया का जवाब
बीजेपी में शामिल होने के सवाल पर सिंधिया ने हल्के-फुल्के अंदाज में जवाब दिया. नड्डा से मुलाकात करने पहुंचे सिंधिया से जब रिपोर्टर ने बीजेपी में शामिल होने का सवाल पूछा तो उन्होंने जवाब में ‘हैप्पी होली’ कहा.
भोपाल से लेकर दिल्ली तक बढ़ी हलचल
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद भोपाल से लेकर दिल्ली तक सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. दिल्ली में एक ओर जहां केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक शुरू होने वाली है. वहीं भोपाल में कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी होने जा रही है.
बीजेपी मुख्यालय पर हो रही महत्वपूर्ण बैठक में भाग लेने के लिए गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, थावर चंद गहलोत, नितिन गडकरी, शहनवाज हुसैन और बीएल संतोष पहुंच चुके हैं.
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जानिये पूरा घटनाक्रम
ज्योतिरादित्य सिंधिया मंगलवार सुबह अपने घर से गाड़ी चलाते हुए अकेले निकले. उन्होंने गुजरात भवन में अकेले गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. जिसके बाद अमित शाह की गाड़ी में बैठकर सिंधिया शाह के घर से निकले और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की.
ज्योतिरादित्य सिंधिया सुबह करीब 10.45 बजे पीएम आवास पहुंचे थे. इसके बाद करीब एक घंटे तक बैठक चली. जिसके बाद सिंधिया ने कांग्रेस से इस्तीफा देने का ऐलान किया. इस तरह 18 साल तक कांग्रेस में रहने वाले सिंधिया ने कांग्रेस को अलविदा कह दिया.
पीएम मोदी के आवास से निकलने के कुछ देर बाद ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर पर अपना रेजिग्नेशन लेटर शेयर किया. गौरतलब है कि ये त्याग पत्र 9 मार्च का था, लेकिन इसे मंगलवार को सार्वजनिक किया गया.
सिंधिया ने अपने इस्तीफे में कहा है कि वे जनसेवा के लिए राजनीति में आए हैं और बीते कुछ समय से कांग्रेस में रहते हुए ऐसा नहीं कर पा रहे थे.
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