भोपाल। उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में पिछले दिनों हुई बर्फबारी का असर मध्य प्रदेश में भी देखने को मिल रहा है। वर्तमान में प्रदेश के मौसम को प्रभावित करने वाली कोई मौसम प्रणाली सक्रिय नहीं है और हवा का रुख भी उत्तरी बना हुआ है।
इसी वजह से मध्य प्रदेश में तापमान गिरने लगा है और ठंड भी बढ़ती जा रही है।
रविवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान में कमी आई है। इस दौरान सबसे कम न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस नौगांव में दर्ज किया गया, जो कि इस सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान रहा।
भोपाल के मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के सभी संभागों का मौसम मुख्यत: शुष्क रहा और सभी जिलों में न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने सोमवार-मंगलवार को भी मौसम का मिजाज इसी तरह रहने की संभावना जताई है। उसके बाद रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी हो सकती है।
भोपाल मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में हवा का रुख उत्तरी रहने से राजधानी सहित प्रदेश के अधिकतर जिलों में न्यूनतम एवं अधिकतम तापमान में गिरावट हो रही है। अगले दो दिन मौसम का मिजाज इसी तरह बना रहने का अनुमान है।
उन्होंने बताया कि हालांकि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच में बना हुआ है। इसके सोमवार को आगे बढ़ने की संभावना है। इस नये सिस्टम से एक प्रेरित चक्रवात के भी बनने के संकेत मिले हैं। प्रति चक्रवात बनने से हवाओं का रुख बदलने से मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने आसार हैं।