भोपाल (मध्य प्रदेश): पिछले साल राज्य में सड़क दुर्घटनाओं ने हर दिन 37 से अधिक लोगों की जान ले ली, जिसके परिणामस्वरूप इस अवधि के दौरान राज्य भर में कुल 13,798 मौतें हुईं। 2022 में मोबाइल पर बात करते हुए वाहन चलाने पर कम से कम 338 लोगों की मौत हो गई।
ड्राइवर की लापरवाही के कारण हर साल हजारों लोग सड़कों पर मर रहे हैं। 2023 में कुल 55,327 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें साल भर में 13,798 लोगों की जान चली गई। ये चौंकाने वाले आंकड़े पुलिस ट्रेनिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (पीटीआरआई) द्वारा किए गए शोध के दौरान सामने आए। शोध में कहा गया है कि शहरी क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक दुर्घटनाएं देखी जा रही हैं।
बिना सीट बेल्ट, बिना हेलमेट के ड्राइविंग
पिछले साल बिना हेलमेट सवारी करने पर 4,890 बाइकर्स और पीछे बैठे लोगों की जान चली गई। बिना सीट बेल्ट के गाड़ी चलाना भी मौतों के लिए जिम्मेदार है क्योंकि इस अवधि के दौरान सड़क दुर्घटनाओं में 1,812 लोगों की मौत हो गई थी। तेज रफ्तार महंगी पड़ी महंगी सड़क दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा लोगों की मौत तेज रफ्तार के कारण होती है।
कुल मिलाकर तेज़ रफ़्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण 10,360 लोगों की जान चली गई। 2023 में सड़क दुर्घटनाओं में 139 साइकिल चालकों की मौत हो गई और विपरीत दिशा से आ रहे वाहन से आमने-सामने की टक्कर में 762 लोगों की जान चली गई।
हिट एंड रन मामला
हिट एंड रन की घटनाओं में 3,500 से अधिक लोग शिकार हुए और अभी भी सैकड़ों मामले अनसुलझे हैं क्योंकि पुलिस हत्यारे वाहन और ड्राइवरों का पता नहीं लगा पाई है। शराब पीकर गाड़ी चलाने में: 2023 में नशे में गाड़ी चलाने की घटनाओं में 345 लोगों की मौत हो गई। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे स्थित सभी अहातों को बंद कर दिया है।
बस और ट्रकों की सड़क दुर्घटनाओं में क्रमश: 315 और 1195 लोगों की मौत हुई थी। पिछले साल ऑटो रिक्शा में यात्रा करने वाले कुल 365 लोगों की मौत हो गई थी। लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण पिछले साल 1,674 पैदल यात्रियों की जान चली गई थी।
कई एडवाइजरी जारी की गईं
एडीजी गुप्ता एडीजी पीटीआरआई, अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि सुरक्षा सलाह कई बार जारी की गई है, जिसमें गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन पर बात न करने, तेज गति से चलने से बचने और हमेशा लेन बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि लापरवाही से गाड़ी चलाने से यात्रियों और ड्राइवरों दोनों की जान जा रही है। एडीजी ने बताया कि ज्यादातर दुर्घटनाएं तेज रफ्तार वाहनों के कारण होती हैं।
उन्होंने उल्लेख किया कि जहां नए मॉडल की कारें और त्वरित गति वाले अन्य वाहन बाजार में हैं, वहीं ड्राइवरों को अक्सर उन्हें नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित नहीं किया जाता है, जिससे सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने कहा कि ड्राइवरों को वाहनों को संभालने के बारे में उचित प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहिए ताकि यात्रा के दौरान यात्री और ड्राइवर सुरक्षित रहें।