यूनिफाइड कार्ड बनाने वाला पहला प्रदेश बना मध्यप्रदेश : मंत्री श्री राजपूत
भोपाल : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ 25 फरवरी को मंत्रालय में वाहनों के लिये यूनिफाइड रजिस्ट्रेशन एवं लायसेंस कार्ड जारी करेंगे। परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया है कि मध्यप्रदेश अब यूनिफाइड रजिस्ट्रेशन कार्ड जारी करने वाला देश का पहला और यूनिफाइड लायसेंस जारी करने वाला देश का दूसरा राज्य बन गया है। भारत सरकार द्वारा मार्च-2019 में पूरे देश में एक समान ड्रायविंग लायसेंस एवं पंजीयन कार्ड लागू किये जाने के संबंध में जारी गाइड लाइन के अनुसार परिवहन विभाग द्वारा ड्रायविंग लायसेंस एवं रजिस्ट्रेशन कार्ड जारी कर रहा है।
मंत्री श्री राजपूत ने कहा कि परिवहन विभाग द्वारा यूनिफाइड ड्रायविंग लायसेंस एवं पंजीयन कार्ड जारी किये जाने के संबंध में सॉफ्टवेयर एवं कार्ड संबंधी तैयारी पूर्ण कर ली गई है। उन्होंने बताया कि उत्तरप्रदेश के बाद मध्यप्रदेश दूसरा राज्य होगा, जहाँ यूनिफाइड ड्रायविंग लायसेंस जारी किये जायेंगे।
श्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया कि यूनिफाइड ड्रायविंग लायसेंस पूरे देश में एक रंग एवं समान पेटर्न के होंगे। नए कार्ड में वाहन एवं वाहन चालक से संबंधित पहाड़ी वैधता, इमरजेंसी नम्बर, आर्गन डोनर, क्यू.आर. कोड, विशिष्ट सीरियल नम्बर, खतरनाक वैधता, अमान्य बैज सहित सम्पूर्ण विवरण के साथ नए कार्डों में सम्पूर्ण जानकारी होगी।
यूनिफाइड रजिस्ट्रेशन लायसेंस के क्या क्या फायदे ?
यूनीफाइड रजिस्ट्रेशन लायसेंस में वाहनचालकों से जुड़ी सभी जानकारियां होगी. नए ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन कार्ड में वाहन चालक का पूरा डाटा फीड होगा. खास बात ये है कि इस कही से भी इंटरनेट के माध्यम से एक्सेस किया जा सकेगा. दुर्घटना होने पर घायल वाहन चालक के परिवार के बारे में तुंरत जानकारी मिल सकेगी. जिसके बाद परिजनों को सूचित किया जा सकेगा. कार्ड के दोनों तरफ डिजिटल माइक्रो चिप लगी होगी. यही चिप सभी जानकारियों का मुख्य स्रोत होगा. एक तरफ का डाटा अगर किसी भी वजह से खराब भी हो गया तब भी दूसरी ओर से जानकारी ली जा सकती है. ये भी कहा जा रहा है कि इससे क्राइम की घटनाओं में कमी आएंगी.