नंदीग्राम का संग्राम: सुवेंदु अधिकारी ने भरा नामांकन पत्र, कहा- हमारी होगी जीत

By Khabar Satta

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कोलकाता। Suvendu Adhikari Nomination: बंगाल चुनाव की हॉट सीट नंदीग्राम से आज (शुक्रवार) कद्दावर भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। अब उनका सीधा मुकाबला मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से होगा। दो दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस सीट से अपना पर्चा भरा था। हल्दिया स्थित एसडीओ कार्यालय में सुवेंदु ने अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन दाखिल करने से पहले सुवेंदु अधिकारी ने नंदीग्राम में सिंहवासिनी और जानकीनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। इसके बाद हल्दिया में एक रैली को संबोधित किया। इस रैली में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और स्मृति ईरानी भी मौजूद रहे। इस दौरान सुवेंदु ने ममता बनर्जी के खिलाफ जमकर हुंकार भरीं।

उन्होंने कहा कि नंदीग्राम से भूमि पुत्र की ही जीत होगी। साथ ही कहा कि बंगाल में डबल इंजन की सरकार बनेगी। सुवेंदु ने साथ ही बताया कि अब मैं नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र का वोटर हो गया हूं। चुनाव आयोग ने मुझे मतदाता पहचान पत्र भी प्रदान कर दिया है। पहले वह हल्दिया विधानसभा क्षेत्र के मतदाता थे। गौरतलब है कि सुवेंदु पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि नंदीग्राम सीट से वह ममता बनर्जी को 50,000 से ज्यादा वोटों से हराएंगे, नहीं तो राजनीति से संन्यास ले लेंगे।

धर्मेंद्र प्रधान ने ममता बनर्जी पर साधा निशाना

हल्दिया में रैली के दौरान केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि दो दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि नंदीग्राम आंदोलन के दौरान मुझ पर लाठीचार्ज किया गया था। और भी कई अत्याचार किया गया था लेकिन उस दौरान कोई भी उनके साथ नहीं था। ममता का इशारा दरअसल तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले सुवेंदु अधिकारी की ओर था।इसको लेकर धर्मेंद्र प्रधान ने निशाना साधते हुए कहा कि वो सुवेंदु अधिकारी ही थे, जिन्हें पहले चोट लगी थी और 2006-2007 में वो भूमि अधिग्रहण आंदोलन के लिए लड़े थे।

स्मृति ईरानी ने दिया नारा- बोल रहा है नंदीग्राम, जय श्री राम

वहीं, हल्दिया में रैली के दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि मैंने दीदी से पूछा कि किस बेटी को वोट देना है? जिन्होंने 80 साल की वृद्ध महिला की पिटाई की? जिन्होंने भाजपा के कार्यकर्ताओं की हत्या की? जिन्होंने सरस्वती पूजा और दुर्गा विसर्जन की अनुमति नहीं दी? या फिर उसे जो नंदीग्राम आकर चंडीपाठ करती हैं और कहती हैं कि खेला होबे? इसके अलावा स्मृति ईरानी ने नया नारा देते हुए कहा कि बोल रहा है नंदीग्राम, जय श्री राम।

 टीएमसी बन गई है निजी कंपनी

हल्दिया में रोड शो से पहले वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए सुवेंदु ने ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला। सुवेंदु ने कहा कि बंगाल में डबल इंजन की सरकार बनानी होगी। डबल इंजन की सरकार के बिना बंगाल का विकास नहीं हो सकता है। उन्होंने हुंकार भरते हुए कहा कि नंदीग्राम से हम ममता बनर्जी को हरायेंगे और हमारी जीत होगी।

उन्होंने कहा, हम लोग साधु समाज को सम्मान करते हैं। फुरफुरा शरीफ को लेकर कहा कि अब्बास सिद्दीकी जैसे लोग अब किसके मंच पर है, जरा सोचिए। भाजपा का एक ही उद्देश्य है, सबका साथ,सबका विकास, सबका विश्वास। मुझे टीएमसी में रहते काम नहीं करने दिया, अब भाजपा ने हमे मौका दिया है, हम काम करेंगे। उन्होंने कहा कि नंदीग्राम में सीपीएम की उम्मीदवार को टीएमसी का समर्थन है। उन्होंने कहा कि राज्य में रोजगार के अवसरों की कमी है। बदलाव लाने के लिए, हमें इस टीएमसी सरकार को हटाने की जरूरत है। टीएमसी एक निजी कंपनी में बदल गई है, जहां केवल ‘दीदी’ और ‘भाईपो’ स्वतंत्र रूप से बात कर सकते हैं।

जानकारी हो कि पश्चिम बंगाल विधान सभा चुनाव में नंदीग्राम सीट हाई-प्रोफाइल हो चुकी है। बंगाल के चुनावी अखाड़े में सबसे हाई वोल्टेज सीट बन चुकी नंदीग्राम से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाद अब कद्दावर भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी ने अपना नामांकन दाखिल करने से पहले नंदीग्राम के जानकीनाथ मंदिर में पूजा की और हवन किया। टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने अपनी पारंपरिक सीट भवानीपुर को छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ने का एलान किया है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने टीएमसी छोड़कर आए सुवेंदु अधिकारी को नंदीग्राम से चुनावी मैदान में उतारा है।

नंदीग्राम से भाजपा प्रत्याशी सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि जनता इस बार भाजपा का साथ देगी और बंगाल में असली परिवर्तन के लिए भाजपा को ही लाएगी। प्रतियोगिता का कोई सवाल ही नहीं है, भाजपा ने 2019 में लोकसभा की 18 सीटें जीतीं। इस बार भारी अंतर से मजबूत सरकार बनाएंगे।

वहीं, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आने वाली 1 तारीख को बंगाल में कट मनी के खिलाफ निर्णय होगा।नंदीग्राम में दीदी ने कहा कि मैं यहां की लाठी खाई हूं। दीदी मैं 2006-2007 में भी नंदीग्राम आया था। आप किसके कंधे पर बैठी थीं? लाठी पहले कौन खाया? पहले लाठी खाने वाला सुवेंदु अधिकारी था।

दरअसल, बंगाल में चुनाव के मद्देनजर राज्य में बड़ी सियासी उथल-पुथल चल रही है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नंदीग्राम सीट से नामांकन के बाद उन पर हुए कथित हमले ने राजनीति को एक नया मोड़ दे दिया है।

सिंहवासिनी व जानकीनाथ मंदिर में की पूजा 

भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने शुक्रवार सुबह पहले सिंहवासिनी मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद जानकीनाथ मंदिर गए। यहां उन्होंने भगवान राम की पूजा की। जानकीनाथ मंदिर में पूजा करने के बाद सुवेंदु हल्दिया के लिए रवाना हुए।

मैं नंदीग्राम का मतदाता हूं – सुवेंदु अधिकारी

वहीं, मंदिर में पूजा करने के बाद नंदीग्राम में सुवेंदु अधिकारी ने स्थानीय लोगों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मेरा इन लोगों के साथ रिश्ता बहुत पुराना है।उन्होंने ममता बनर्जी पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें इन लोगों की याद तभी आती है, जब चुनाव आते हैं। ये लोग ममता को हरा देंगे। मैं भी आज नामांकन दाखिल कर रहा हूं, मैं नंदीग्राम का मतदाता हूं। बता दें कि आज ही सुवेंदु को नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र से मतदाता होने का वोटर पहचान पत्र भी मिल गया है। 2016 के विधानसभा चुनाव में सुवेंदु ने तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर नंदीग्राम सीट से जीत दर्ज की थी। वहीं, पिछले साल दिसंबर में भाजपा में शामिल होने से ठीक पहले उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।

सुवेंदु अधिकारी व ममता आमने-सामने

दरअसल, इस सीट पर इस बार बेहद रोमांचक जंग देखने को मिल रही है, जहां हाल में तृणमूल कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले कद्दावर नेता सुवेंदु अधिकारी व ममता आमने-सामने हैं। कोलकाता के भवानीपुर सीट को छोड़ इस बार सुवेंदु के गढ़ नंदीग्राम से चुनाव लड़ रहीं ममता ने दो दिन पहले बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था। हालांकि, इसके बाद ममता चोटिल हो गईं, जिसके बाद से वह कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती हैं। चोटिल होने के बाद ममता ने साजिश के तहत हमले का आरोप लगाया, जिसके बाद से राजनीति गरम है।

नंदीग्राम सुवेंदु अधिकारी का गढ़

नंदीग्राम सीट को सुवेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है और साल 2016 में इस सीट से चुनाव जीतकर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले सरकार में मंत्री बने थे। इस सीट पर इस बार बेहद रोमांचक जंग देखने को मिल रही है।हालांकि, पिछले साल उन्होंने टीएमसी से इस्तीफा दे दिया था और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे।उन्होंने हाल ही में दावा किया था कि वह ममता बनर्जी को 50 हजार से अधिक वोटों से हराएंगे।

Khabar Satta

खबर सत्ता डेस्क, कार्यालय संवाददाता

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