MPOX In India: भारत में मंकीपॉक्स की पुष्टि, केंद्र सरकार ने जारी की एडवाइजरी

SHUBHAM SHARMA
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Shubham Sharma – Indian Journalist & Media Personality | Shubham Sharma is a renowned Indian journalist and media personality. He is the Director of Khabar Arena...
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MPOX In India: भारत में मंकीपॉक्स की पुष्टि, केंद्र सरकार ने जारी की एडवाइजरी

MPOX In India: भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला सोमवार को पुष्टि हुआ, जिसमें इस बीमारी के लक्षणों के साथ एक अलग किए गए मरीज में लक्षणों का पता चला। केंद्रीय सरकार ने यह साफ किया है कि यह मंकीपॉक्स का मामला वर्तमान सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल का हिस्सा नहीं है, जिसमें एमपॉक्स के क्लेड 1 से संबंधित मामला है। सरकार ने इसे पहले से स्थापित प्रोटोकॉल के तहत संभाला जा रहा मामला बताया।

सरकार के बयान के अनुसार, संपर्क अनुरेखण और निगरानी जैसे सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को सक्रिय रूप से लागू किया जा रहा है ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके। फिलहाल, जनता के लिए किसी बड़े खतरे का कोई सबूत नहीं है, जिससे जनसाधारण को घबराने की आवश्यकता नहीं है।

केंद्र सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी और सावधानियाँ

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने इस मामले के बारे में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मंकीपॉक्स के एहतियाती उपायों, लक्षणों और इसके कारणों के बारे में एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि मंकीपॉक्स के मामलों पर निगरानी और संपर्क ट्रेसिंग को और सख्त किया जाए।

इसके अलावा, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे एनसीडीसी द्वारा जारी मंकीपॉक्स पर सीडी-अलर्ट को प्रसारित करें। इस अलर्ट में निम्नलिखित बिंदु शामिल हैं:

  • महामारी विज्ञान मामलों की परिभाषा और संपर्क ट्रेसिंग की रणनीति।
  • परीक्षण प्रयोगशालाओं की सूची।
  • नैदानिक प्रबंधन प्रोटोकॉल
  • संक्रमण की रोकथाम और नियंत्रण प्रथाओं का विवरण।
  • जोखिम संचार रणनीतियों की रूपरेखा।

मंकीपॉक्स के लक्षण और प्रमुख रूप से प्रभावित जनसंख्या

मंकीपॉक्स मुख्य रूप से 34 वर्ष की औसत आयु वाले युवा पुरुषों को प्रभावित करता है, जहां इसका सबसे आम संचरण यौन संपर्क के माध्यम से होता है। इसके बाद व्यक्ति-से-व्यक्ति गैर-यौन संपर्क के मामलों की भी पुष्टि हुई है।

जिन व्यक्तियों की एचआईवी स्थिति ज्ञात है, उनमें लगभग आधे मामलों में मंकीपॉक्स के लक्षण देखे गए हैं। प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:

  • चकत्ते (विशेष रूप से शरीर के विभिन्न हिस्सों पर)।
  • बुखार
  • शारीरिक कमजोरी और अन्य सामान्य लक्षण।

मंकीपॉक्स के अन्य गंभीर लक्षणों में जननांग दाने और चर्म रोग भी देखे जाते हैं। इन लक्षणों के आधार पर जल्दी पहचान और उपचार आवश्यक है ताकि संक्रमण को नियंत्रित किया जा सके।

स्वास्थ्य मंत्रालय की तैयारी और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि स्थिति की निगरानी लगातार जारी है। मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का वादा किया है, ताकि मंकीपॉक्स के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

राज्यों और जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की जा रही है, विशेष रूप से उन अस्पतालों में जहां संदिग्ध और पुष्ट मामलों के लिए आइसोलेशन सुविधाएँ उपलब्ध हैं।

सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस बात पर जोर दे रहे हैं कि सामुदायिक जागरूकता बढ़ाने के लिए कार्यक्रम चलाए जाएं, जिससे लोग मंकीपॉक्स के लक्षणों और इससे बचाव के तरीकों को समझ सकें। हालांकि, सरकार ने यह भी कहा है कि अनावश्यक घबराहट पैदा करने से बचना चाहिए और केवल सटीक जानकारी का प्रसार करना चाहिए।

वैश्विक स्तर पर मंकीपॉक्स के आंकड़े

1 जनवरी 2022 से, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को छह विभिन्न क्षेत्रों के 121 सदस्य राज्यों से मंकीपॉक्स के मामले रिपोर्ट किए गए हैं। WHO की रिपोर्ट के अनुसार, 31 जुलाई 2024 तक कुल 102,997 प्रयोगशाला-पुष्टि मामले और 223 मौतों सहित 186 संभावित मामले रिपोर्ट किए गए हैं।

जुलाई 2024 में, वैश्विक स्तर पर 1,425 मामले और छह मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से सबसे अधिक मामले अफ्रीकी क्षेत्र (55%) से थे, उसके बाद अमेरिकी क्षेत्र (24%) और यूरोपीय क्षेत्र (11%) से रिपोर्ट किए गए।

दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र (SEAR) ने कुल मामलों का केवल 1 प्रतिशत रिपोर्ट किया है, जो यह दर्शाता है कि इस क्षेत्र में मंकीपॉक्स का प्रसार अन्य क्षेत्रों की तुलना में कम है।

भारत में मंकीपॉक्स के लिए सरकार की तत्परता

भारत सरकार ने मंकीपॉक्स के संदर्भ में तैयारियों को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा राज्यों को लगातार निर्देश दिए जा रहे हैं कि वे संदिग्ध मामलों की त्वरित पहचान करें और संक्रमण की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाएं।

इसके अलावा, केंद्र सरकार ने राज्यों को मंकीपॉक्स के मामलों के परीक्षण के लिए प्रयोगशालाओं की सूची और नैदानिक प्रबंधन प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया है। यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि अस्पतालों में संदिग्ध और पुष्ट मामलों के लिए आइसोलेशन सुविधाओं की पूरी व्यवस्था हो।

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Shubham Sharma – Indian Journalist & Media Personality | Shubham Sharma is a renowned Indian journalist and media personality. He is the Director of Khabar Arena Media & Network Pvt. Ltd. and the Founder of Khabar Satta, a leading news website established in 2017. With extensive experience in digital journalism, he has made a significant impact in the Indian media industry.
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