नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान अब तक की सबसे बड़ी छूट देने का ऐलान किया है. इसके तहत केंद्र सरकार ने lockdown में फंसे छात्रों, मजदूरों, श्रद्धालुओं, पर्यटकों की निकासी को लेकर आदेश जारी किए. केंद्र ने कहा कि राज्य एक इनकी निकासी के लिए एक नोडल एजेंसी (nodal agency) बनाए. स्क्रीन करने के बाद जिन लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं है उन्हें अपने राज्य जाने की इजाजत मिलेगी. इसके साथ ही ये भी कहा गया कि लोगों को ले जाने वाली बसों को भी सैनिटाइज किया जाए. जो भी लोग अपने होम एरिया में जाये उन्हें पहले क्वारंटाइन में रखा जाए. इस तरह शर्तों के साथ इजाजत मिली है.
यानी फंसे हुए प्रवासी कामगारों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों को लॉकडाउन में कुछ शर्तों के साथ आवाजाही की इजाजत दी जाएगी. सभी राज्यों को फंसे हुए लोगों को भेजने, अपने यहां बुलाने के लिये नोडल प्राधिकारी के साथ मानक प्रोटोकॉल तैयार करना होगा. नोडल अधिकारी अपने राज्यों या केंद्र शासित क्षेत्रों में फंसे लोगों को पंजीकृत करेंगे. अगर फंसे हुए लोगों का समूह एक राज्य से दूसरे राज्य में जाना चाहता है तो राज्य एक-दूसरे से परामर्श कर सड़क मार्ग से आवाजाही पर परस्पर सहमत हो सकते हैं.
वैसे देश में जारी कोरोना वायरस (coronavirus) के संकट के बीच पंजाब (Punjab) में लॉकडाउन (Lockdown) दो हफ्ते के लिए और बढ़ा दिया गया है. हालांकि, रोज चार घंटे लोगों को कर्फ्यू में राहत दी जाएगी. यानी पंजाब में अब 17 मई तक कर्फ्यू/लॉकडाउन जारी रहेगा. लॉकडाउन के दौरान, गैर-संक्रमण इलाकों में हर रोज 4 घंटे के लिए राशन दुकानों को खोला जाएगा. राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) ने बुधवार को इसकी घोषणा की.
कैप्टन सिंह ने कहा कि राज्य द्वारा बनाई गई विशेषज्ञों की समिति और समाज के कई वर्गों से मिले इनपुट के आधार पर यह फैसला लिया गया है. राज्य में फिलहाल कुछ समय के लिए सख्ती जारी रखना जरूरी है. कल से सुबह 7 बजे से 11 बजे तक लोगों को कर्फ्यू से राहत दी जाएगी. लेकिन यह छूट कंटेनमेंट और रेड जोन में नहीं मिलेगी. वहां पर पहले की तरह सख्ती जारी रहेगी.