एलएसी पर तनाव के बीच भारतीय सेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसा में गंभीर रूप से घायल 17 सैनिक शहीद हो गए हैं.
नई दिल्ली: एलएसी पर तनाव के बीच भारतीय सेना ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसा में गंभीर रूप से घायल 17 सैनिक शहीद हो गए हैं. वहीं चीन के 43 सैनिक घायल हुए हैं और मारे गए हैं. इसके साथ ही सेना ने कहा है कि सीमा को सुरक्षित रखने के लिए भारतीय सेना प्रतिबद्ध है. क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता की रक्षा हर हाल में की जाएगी.
LAC को बदलने की एकतरफा कोशिश
इस बीच भारत ने मंगलवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प क्षेत्र में ‘‘यथास्थिति को एकतरफा तरीके से बदलने के चीनी पक्ष के प्रयास’’ के कारण हुई. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पूर्व में शीर्ष स्तर पर जो सहमति बनी थी, अगर चीनी पक्ष ने गंभीरता से उसका पालन किया होता तो दोनों पक्षों की ओर जो हताहत हुए हैं उनसे बचा जा सकता था .
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘सीमा प्रबंधन पर जिम्मेदाराना दृष्टिकोण जाहिर करते हुए भारत का स्पष्ट तौर पर मानना है कि हमारी सारी गतिविधियां हमेशा एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के भारतीय हिस्से की तरफ हुई हैं. हम चीन से भी ऐसी ही उम्मीद करते हैं . ’’
सोमवार की रात पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प के दौरान एक भारतीय कर्नल और दो सैनिक शहीद हो गए. श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हमारा अटूट विश्वास है कि सीमाई इलाके में शांति बनाए रखने की जरूरत है और वार्ता के जरिए मतभेद दूर होने चाहिए .’