स्वतंत्रता संग्राम सेनानी क्रांतिकारी विनायक दामोदर सावरकर की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर समेत कई लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजादी की लड़ाई के महान सेनानी और प्रखर राष्ट्रभक्त वीर सावरकर को उनकी जयंती पर कोटि-कोटि नमन.
वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘महान स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, प्रखर वक्ता एवं लेखक विनायक दामोदार सावरकर जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन, औपनिवेशिक शक्तियों के खिलाफ उनकी बहादुरी, संघर्ष एवं त्याग हम सभी को सदा प्रेरित करता रहेगा.’
कौन थे विनायक दामोदर सावरकर मुंबई में 28 मई 1883 को जन्मे विनायक दामोदर सावरकर क्रांतिकारी होने के साथ-साथ लेखक, वकील और हिंदुत्व की विचारधारा के बड़े समर्थक थे. स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अंग्रेजों ने सावरकर को कालापानी की सजा दी थी. सावरकर का निधन 1966 में 26 फरवरी को हुआ था.
मौजूदा वक्त में भी सावरकर देश की राजनीति से अछूते नहीं हैं. एक तरफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सावरकर को एक अहम स्वतंत्रता सेनानी बताती है, तो वहीं कांग्रेस की ओर से हमेशा यही आरोप लगाया जाता है कि उन्होंने अंग्रेजों से कई बार माफी मांगते हुए सजा कम करने की अपील की थी. इस मुद्दे को लेकर कई बार दोनों पार्टियों में आर-पार की लड़ाई हो चुकी है.