Bihar TET exam postponed: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने हाल ही में यह घोषणा की है कि 26 से 28 जून के बीच होने वाली दूसरी शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) को स्थगित कर दिया गया है। इस निर्णय का मुख्य कारण यह है कि इन तिथियों पर दो महत्वपूर्ण परीक्षाएं एक साथ निर्धारित की गई थीं, जिसके कारण परीक्षार्थियों में भ्रम और असुविधा की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
परीक्षा टकराव का कारण
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने 28 और 29 जून को प्रधानाध्यापकों की भर्ती के लिए परीक्षाएं निर्धारित की थीं। यह तिथियां बिहार टीईटी की तिथियों से मेल खा रही थीं, जिसके कारण यह निर्णय लिया गया कि टीईटी परीक्षा को स्थगित कर दिया जाए।
नई तिथियों की घोषणा
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बताया कि नई तिथियों की घोषणा जल्द ही, आगामी दो दिनों के भीतर की जाएगी। इस निर्णय से टीईटी परीक्षा में भाग लेने वाले उम्मीदवारों को थोड़ी राहत मिलेगी और वे बेहतर तैयारी कर सकेंगे।
शिक्षक पात्रता परीक्षा का महत्व
बिहार में प्राथमिक विद्यालय, माध्यमिक विद्यालय और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) आयोजित की जाती है। यह परीक्षा उन अभ्यर्थियों के लिए अनिवार्य है जो राज्य कर्मचारी का दर्जा प्राप्त करना चाहते हैं। शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने के बाद ही नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाता है।
प्रभावित अभ्यर्थियों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
इस स्थगन के कारण प्रभावित होने वाले अभ्यर्थियों को सूचित किया जाता है कि वे अपनी तैयारी में किसी भी प्रकार की ढिलाई न बरतें। नई तिथियों की घोषणा होने तक अपनी पढ़ाई और तैयारी को जारी रखें। यह भी सुनिश्चित करें कि परीक्षा की नई तिथियों के बारे में समय-समय पर अद्यतन जानकारी प्राप्त करते रहें।
सरकारी परीक्षाओं के महत्व पर जोर
बिहार टीईटी परीक्षा और अन्य सरकारी परीक्षाएं युवाओं के लिए रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती हैं। ऐसे में किसी भी परीक्षा के स्थगन का सीधा प्रभाव अभ्यर्थियों के करियर पर पड़ता है। यह आवश्यक है कि सरकार और परीक्षा समितियाँ ऐसी स्थितियों का पूर्वानुमान लगाकर उचित निर्णय लें ताकि परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।