Monsoon Season में बच्चों की डाइट में शामिल करें ये चीजें

Ranjana Pandey
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बरसात का मौसम बच्चों को बहुत पसंद है क्योंकि यह उमस भरी गर्मी से निजात दिलाता है। लेकिन बारिश के मौसम में वातावरण में बहुत से बैक्टीरिया और वायरस आदि फैल जाते हैं। जिस कारण बीमारियां अधिक होने लगती है।

इस मौसम में सबसे अधिक खतरा बच्चों को ही होता है क्योंकि उनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है और वह जल्दी ही बीमार पड़ने लगते हैं। इस बार तो मानसून सीजन अकेला नहीं है बल्कि इसके साथ कोविड वायरस भी है।हमारे एक्सपर्ट मदरहुड हॉस्पिटल, नोयडा के बाल रोग विशेषज्ञ और नियोनेटोलॉजिस्ट- सीनियर कंसल्टेंट डॉ अमित गुप्ता का कहना है

कि अगर रिपोर्टों पर विश्वास करें तो यह माना जा सकता है कि कोविड की तीसरी लहर बच्चो के लिए ज्यादा खतरनाक हो सकती है। ऐसे में और भी जरूरी हो जाता है कि माता-पिता इस मौसम में बच्चे को इस डबल मार से बचाएं।

इस मानसून बच्चों की डाइट में शामिल करें ये

नारियल पानी

नारियल का पानी बच्चों की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। ये शरीर को ताकत देता है और डाइजेस्टिव सिस्टम को इंप्रूव करता है। एक नारियल में करीब 200 मिलीलीटर या उससे कुछ अधिक मात्रा में पानी होता है। लो कैलोरी ड्रिंक होने के साथ-साथ इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स, अमीनो-एसिड, एंजाइम्स, बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन, विटामिन सी जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसलिए बच्चों की इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए आप उसे नारियल पानी पिला सकते हैं।

मूंगदाल की खिचड़ी

बिना तेल व मसाले से बनी मूंगदाल की सादी खिचड़ी बच्चे को खिलाएं। खिचड़ी में मिले हुए चावल, दाल व घी कार्बोहाईड्रेट, फाइबर, प्रोटीन व विटामिन-सी जैसे कई पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं। इसे पचाने में भी समस्या नहीं होती है

मौसमी फल और सब्जियां

जो फल बारिश के मौसम में आते हैं वह आपको अपने बच्चों की डाइट में ज़रूर शामिल करने चाहिए। आप जामुन, लीची, चेरी, बेर ये सारी चीजें भी बच्चों को खाने के लिए जरूर दें। इस मौसम के दौरान आप सेब, केले, नाशपाती और पपीते भी अपने बच्चों दे सकते हैं।

हल्दी वाला दूध

बच्चों को रात में सोने से पहले हल्दी वाले दूध का सेवन कराएं। आप चाहें तो उसमें एक चुटकी काली मिर्च पाउडर को भी शामिल कर सकती हैं। हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट के गुण होते हैं जो ना सिर्फ इम्यूनिटी को बूस्ट करने का काम करते हैं बल्कि अन्य तरीके के संक्रमण से भी दूर रखने में मददगार है। वहीं रोजाना एक ग्लास दूध बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है।

बादाम और अखरोट दें हर रोज

बादाम और अखरोट बच्चों को हर दिन दो-तीन खाने को दें। इससे उनका मस्तिष्क हेल्दी और शार्प बनेगा। बादाम में विटामिन ई, फाइबर, मैग्निशियम, आयरन, पोटैशियम आदि भरपूर होते हैं। आप चाहें, तो इन्हें घी में भून करके भी खाने के लिए दे सकती हैं। रात में बादाम को पानी में भिगो कर रख दें। सुबह इसे खाने के लिए दें। दूध में पीसकर भी पीने के लिए दिया जा सकता है।

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