Chandipura Virus: गुजरात के अहमदाबाद में पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) ने चांदीपुरा वायरस (Chandipura Virus) के कारण राज्य में पहली मौत की पुष्टि की है। यह वायरस तेजी से फैल रहा है और राज्य में दहशत का माहौल बना हुआ है। राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस वायरस की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
Chandipura Virus से मौत का पहला पुष्ट मामला
राज्य ने एनआईवी को पांच नमूने भेजे थे जिनमें से एक 5 वर्षीय लड़की के नमूने में चांदीपुरा वेसिकुलोवायरस (CHPV) की पुष्टि हुई है। साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर सिविल अस्पताल के सिविल अधीक्षक डॉ. परेश शिलादारिया ने बताया कि यह पहली बार है जब किसी की मृत्यु का कारण चांदीपुरा वायरस साबित हुआ है। उन्होंने बताया कि जिले में आठ संदिग्ध मामले सामने आए हैं और अन्य नमूनों के परिणाम की प्रतीक्षा की जा रही है।
संदिग्ध मृतकों की संख्या में वृद्धि
गांधीनगर के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि वायरस के कारण संदिग्ध मौतों की संख्या 29 मामलों में से 14 तक पहुंच गई है। मरने वालों में राजस्थान और मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों के भी मरीज शामिल हैं। अधिकारी ने कहा कि ये सभी संदिग्ध मामले हैं, सिवाय एक के जिसकी पुष्टि पॉजिटिव आई है। बच्चों में हो रही मौतों और प्रसार की गंभीरता को देखते हुए जागरूकता फैलाने के लिए टीमें तैनात की गई हैं। इस संबंध में स्वास्थ्य मंत्री के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक भी होने वाली है।
वायरस के प्रसार का दायरा
अब तक गुजरात के 14 जिलों और शहरों में संदिग्ध मामले सामने आए हैं। अरावली जिले में 15 संदिग्ध मौतें हुई हैं जिनमें से एक मामले की पुष्टि हो चुकी है। साबरकांठा में 2, मोरबी में 2, महिसागर, मेहसाणा, गांधीनगर, पंचमहल, राजकोट और सुरेंद्रनगर में एक-एक संदिग्ध मामला सामने आया है। राज्य सरकार द्वारा जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, राजस्थान के उदयपुर और मध्य प्रदेश के धार के दो-दो मरीजों की भी मौत हो गई है।
Chandipura virus: Symptoms and prevention measures
चांदीपुरा वायरस के लक्षण और रोकथाम के उपाय
चांदीपुरा वायरस एक गंभीर वेसिकुलोवायरस है जो मुख्यतः मच्छरों द्वारा फैलता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, उल्टी, बेहोशी और मिर्गी जैसे दौरे शामिल हैं। वायरस के प्रसार को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
- मच्छरों से बचाव: घर और आसपास के क्षेत्रों में मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करें।
- स्वच्छता बनाए रखें: व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दें।
- संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें: संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें और संदेहास्पद मामलों की तुरंत सूचना दें।
- सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें: स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और समय-समय पर जांच कराएं।
सरकारी प्रयास और जागरूकता अभियान
राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा चांदीपुरा वायरस के प्रसार को रोकने के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं। जागरूकता फैलाने के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं जो ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जाकर लोगों को वायरस के लक्षण और रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी दे रही हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित रूप से स्वास्थ्य बुलेटिन जारी किए जा रहे हैं ताकि लोगों को ताजा जानकारी मिलती रहे।
आगे की रणनीति
वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए सरकार और स्वास्थ्य विभाग मिलकर कार्य कर रहे हैं। संदिग्ध मामलों की पहचान और जांच तेजी से की जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री के साथ होने वाली बैठक में वायरस की रोकथाम के लिए और भी कड़े कदम उठाने की योजना बनाई जाएगी। इसके अलावा, राज्य सरकार द्वारा आवश्यक दवाओं और चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके।