नई दिल्ली। भारत की मेलबर्न टेस्ट में पांच गेंदबाजों के साथ खेलने की रणनीति काम कर गई, लेकिन अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व वाली टीम को बल्लेबाजी विभाग में कुछ मुश्किल फैसले लेने पड़ेंगे, खासतौर से ओपनिंग पर, क्योंकि रोहित शर्मा सिडनी में होने वाले टेस्ट के लिए टीम से जुड़ गए हैं और चयन के लिए उपलब्ध हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पिछले वर्ष टेस्ट सीरीज में वह काफी सफल रहे थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया पहुंचने पर वह अभी तक ना तो अभ्यास कर पाए हैं और ना ही कोई अभ्यास मैच खेल पाए हैं।
मुख्य कोच रवि शास्त्री ने दूसरा टेस्ट जीतने के बाद कहा था कि हमें रोहित से बात करनी होगी। देखना होगा कि वह शारीरिक रुप से कितना तैयार हैं, क्योंकि वह कुछ सप्ताह तक क्वारंटाइन होकर टीम में आएंगे। हमें कोई फैसला लेने से पहले यह भी देखना होगा कि वह कैसा महसूस कर रहा है। टेस्ट पदार्पण में जिस तरह से शुभमन गिल ने बल्लेबाजी की उससे वह फिट बैठते हैं। ऐसे में रोहित को खिलाने के लिए टीम या तो मयंक अग्रवाल या फिर हनुमा विहारी को बाहर कर सकती है।
मौजूदा सीरीज में अग्रवाल का प्रदर्शन खराब रहा है और वह दहाई का आंकड़ा भी सिर्फ एक बार छू पाए हैं। वह इतने मजबूत बल्लेबाज नहीं दिखे, जितने यहां 2018 में दिखे थे। तब उन्होंने यहां पर टेस्ट में पदार्पण किया था, लेकिन अगर टीम प्रबंधन उनका बचाव करता है तो फिर यह बड़ा फैसला होगा। इस साल की शुरुआत में न्यूजीलैंड दौरे पर रोहित का पहला सबसे बड़ा टेस्ट था, लेकिन टेस्ट सीरीज शुरू होने से पहले ही वह चोटिल हो गए थे।
अब वह एक और चोट के बाद वापसी कर रहे हैं। उन्होंने 10 नवंबर को आइपीएल फाइनल के रूप में अपना पिछला मुकाबला खेला था। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया में सलामी बल्लेबाज के तौर पर रोहित के सामने बड़ी चुनौती होगी। पूर्व प्रमुख चयनकर्ता एमएसके प्रसाद भी मानते हैं कि अगर रोहित को खिलाना है तो फिर मयंक या विहारी में से ही किसी एक को बाहर करके ऐसा हो सकता है।
उनके कार्यकाल में ही पहली बार ओपनिंग पर उतरने वाले रोहित के बारे में प्रसाद मानते हैं कि वह पूरी तरह से नहीं कह सकता है कि बिना मैच अभ्यास के रोहित ओपनिंग के लिए तैयार होंगे। यह भी देखना होगा कि टीम प्रबंधन रोहित से क्या चाहता है? क्या वह उनसे जरिये तेज शुरुआत चाहता है या फिर मध्य क्रम में उनकी जगह देखता है।
एक और पूर्व प्रमुख चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर को लगता है कि अग्रवाल और विहारी दोनों को ही बाहर बैठाना चाहिए और उनकी जगह रोहित और केएल राहुल को खिलाना चाहिए। केएल राहुल और गिल ओपनिंग करें, जबकि रोहित को मध्य क्रम में खेलना चाहिए। साफ जाहिर है कि रोहित की एंट्री ने टीम के पास विकल्प तो दिए हैं, लेकिन क्या वह ओपनिंग की परेशानी का हल ढूंढ सकते हैं यह तो समय ही बता पाएगा।