स्टीम का उपयोग सामान्य बीमारियों में सदियों से एक साधन के रूप में किया जाता रहा है। कोरोना के बाबत में एक अच्छी बर है- पिछले वर्ष संशोधन से अंधेरी ईस्ट स्थित ” सेवन हिल्स अस्पताल” (seven hills hospital) के डॉक्टरों द्वारा एक अध्ययन में दावा किया गया है कि, स्टीम थेरेपी (steam therapy) यानी भाप लेने से कोरोना से संक्रमित होने की संभावना कम जो जाती है। वाफ लेने की प्रक्रिया को अपने जीवन का हिस्सा बना लो।
डॉक्टरों के शोध के अनुसार, कोरोना (Cironavirus) से संक्रमित रोगियों को गर्म पानी का भाप देना काफी फायदेमंद होता है। यह रिपोर्ट इंडियन मेडिकल गजट (Indian medical Gazette) में भी प्रकाशित हुई है जिससे इसकी विश्वसनीयता और भी बढ़ जाती है।
इस विषय पर रिसर्च करने वाले डॉक्टरों के समूह ने दो अलग अलग ग्रुप बनाकर स्टीम थेरेपी का कोविड पर असर का अध्ययन किया। जिसमे प्रायः इन्फ्लुएंजा वायरस या सामान्य फ्लू के लिए उपचार। कोरोनावायरस संरचनात्मक रूप से इन्फ्लूएंजा वायरस के समान है और सार्स कोरोना वायरस। कोरोना वायरस पर पिछले अध्ययन और इन्फ्लूएंजा वायरस एक मजबूत गर्मी सहसंबंध दिखाते हैं।
इस अध्ययन का उद्देश्य तर्कसंगत के माध्यम से अध्ययन करना था। कोविद -19 पर गर्मी और आर्द्रता के प्रभाव का अवलोकन, वाइरस संक्रमण। अध्ययन को 2 समूहों में विभाजित किया गया था। वोलेंटियर प्रत्यक्ष के माध्यम से कोविद -19 रोगियों के संपर्क में थे। इस समूह में डॉक्टर और नर्स शामिल थे।
इन रोगियों को प्रतिदिन दो बार भाप लेने की सलाह दी गयी। जिसमे उपलब्ध साधारण स्टीमर के माध्यम से साँस लेना द्वारा पानी के सरल उबलते और साँस लेना द्वारा परिणाम स्वरूप भाप लेना था।
निष्कर्ष में जो सकारात्मक संकेत सामने वह कोविड 19 वायरस के लक्षणों में काफी कमी आयी। रिपोर्ट में कहा गया है कि, जिन्हें माइल्ड सिम्पटम्स हैं यानी हल्के लक्षण हैं उन्हें भाप देना काफी फायदेमंद सिद्ध हुआ। और जिनके अंदर लक्षण नहीं होते हैं वे भी भाप ले सकते हैं, उनका गले की श्वास नली और खाने वाली नली दोनों साफ रहेगी।
इस लेख के द्वारा आपको अवगत कराया जा रहा है कि भाप लेने की क्रिया को अपने जीवन का हिस्सा बनाले। कम से कम दो बार भाप जरूर लें। यह भले ही कोविड 19 को खत्म नही करता लेकिन उसे निष्क्रिय करने में जरूर सहायता करता है।
इसी के साथ ही गरम पानी पीने, विटामिन सी लेने, जिंक लेने, अदरक, संतरा, लिम्बु, आंवला, फल, पालक आदि द्वारा इम्युनिटी बढ़ाते रहे।
इस समय आपका मानसिक रूप से भी स्वस्थ रहना जरूरी है। अपने दिमाग को अच्छे विचारों का खुराक देते रहे। वह करे जी मन को प्रसन्न करें। किताब पढ़ना, चित्र बनाना, लिखना, सीखना, गाना गुनगुनाना, नई खोज करना तथा सहायता करना करते रहे। विचारो के स्तर से यह भी आपके रोग प्रतिरोध बढ़ा देगी।
प्रो डॉ दिनेश गुप्ता – आनंदश्री