लखनऊ: पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार ने बताया कि डिब्बे पटरी से उतरने से पहले लोको पायलटों ने तेज आवाज सुनी थी। घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
पश्चिम बंगाल में न्यू जलपाईगुड़ी के निकट कंचनजंगा एक्सप्रेस से भीषण रेलगाड़ी की टक्कर में दस यात्रियों की मौत की घटना के लगभग एक महीने बाद, गुरुवार को यहां से लगभग 150 किलोमीटर दूर उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में मनकापुर रेलवे स्टेशन के निकट डिब्रूगढ़ जा रही 15904 चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतर जाने से दो यात्रियों की मौत हो गई और लगभग 28 अन्य घायल हो गए।
उपमुख्यमंत्री का बयान
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, जिनके पास स्वास्थ्य विभाग भी है, ने पहले कहा था कि घटना में चार लोगों की मौत हो गई है।
घटना का समय और स्थान
सूत्रों के अनुसार, दोपहर करीब तीन बजे गोंडा-गोरखपुर सेक्शन पर झिलाही रेलवे स्टेशन के पास कुछ एसी कोच समेत 12 डिब्बे पटरी से उतर गए। घायलों को मनकापुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों का इलाज कर रहे एक डॉक्टर ने बताया कि 28 घायलों को अस्पताल लाया गया है। घायलों में से छह की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें उच्च चिकित्सा केंद्रों में रेफर कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि घायलों में से ज्यादातर एसी कोच में यात्रा कर रहे थे।
राहत और बचाव कार्य
रेलवे सूत्रों ने बताया कि एंबुलेंस के साथ राहत ट्रेन मौके पर पहुंच गई है। रेलवे और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से राहत अभियान शुरू कर दिया है, जो घटना के बाद बड़ी संख्या में वहां एकत्र हुए थे। सूत्रों ने बताया कि एसडीआरएफ की एक टीम भी मौके पर पहुंची और राहत अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि पटरी से उतरे डिब्बों में फंसे यात्रियों को बाहर निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया गया।
सीपीआरओ का बयान
पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार ने बताया कि डिब्बे पटरी से उतरने से पहले लोको पायलटों ने तेज आवाज सुनी थी। घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
घटनास्थल पर मौजूदगी
ट्रेन बुधवार को 2340 बजे चंडीगढ़ से रवाना हुई थी। तस्वीरों में यात्री अपना सामान लेकर पटरियों के किनारे चलते हुए दिखाई दे रहे थे। तस्वीरों में यात्री पटरी से उतरे डिब्बों से बाहर निकलने की जल्दी में भी दिखाई दे रहे थे। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि पटरी से उतरे डिब्बों में कई यात्री फंसे हुए थे। पटरी से उतरने के बाद कम से कम चार डिब्बे पलट गए। एक यात्री ने बताया कि पटरी से उतरने से कुछ सेकंड पहले ही ट्रेन हिलने लगी थी।
पुलिस अधीक्षक का बयान
गोंडा के पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि 10-12 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। उन्होंने कहा, ”सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है…हमने पटरी से उतरे डिब्बों की जांच की है…वहां कोई फंसा हुआ नहीं है।”
मुख्यमंत्री का आदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को घायलों को हर संभव चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने और तत्काल राहत अभियान शुरू करने का निर्देश दिया है। रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री का दौरा
घटनास्थल का दौरा करने वाले केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि यात्रियों को हर संभव मदद मुहैया कराई जा रही है। सिंह ने कहा, ”हम फंसे हुए यात्रियों के लिए आगे के परिवहन की व्यवस्था कर रहे हैं…. यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए अयोध्या से एक विशेष ट्रेन भेजी जा रही है।”
रेलवे अधिकारियों का बयान
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि आस-पास के स्थानों पर जाने वाले यात्रियों को बसों से वहां ले जाया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि घटना के बाद सेक्शन पर ट्रेनों की आवाजाही रुक गई है और पटरियों को साफ करने के प्रयास जारी हैं। घटना के मद्देनजर कम से कम दस लंबी दूरी की ट्रेनों का मार्ग बदला गया है।