कानपुर । साल के आखिरी पांच दिन बचे हैं और लोग नये साल के स्वागत के लिए तैयार हैं, लेकिन नया साल अबकी बार मौसम के लिहाज से कुछ अलग रहने वाला है।
इसके पीछे पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता बताई जा रही है। इससे साल के अंतिम तीन दिनों में जहां आसमान में बादल छाये रहेंगे तो वहीं गरज-चमक के साथ हल्की बारिश भी होगी और नये साल का आगाज भी इसी तरह के मौसम में होगा। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि ऐसे मौसम में फसलों पर सिंचाई को रोक दें।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू और कश्मीर पर बना है और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तर पश्चिम राजस्थान पर बना है।
पिछले 24 घंटों के दौरान पूरे देश में मौसम शुष्क बना रहा, लेकिन जम्मू कश्मीर, असम और अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बारिश हुई है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण कानपुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा व पूर्वी मध्य प्रदेश में न्यूनतम तापमान में थोड़ी वृद्धि हुई है।
अगले 24 घंटों में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। ऐसे में इस साल कि अंतिम तीन दिनों के मध्य मध्यम से घने बादल छाए रहने के कारण स्थानीय स्तर पर तेज हवाओं एवं गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा एवं ओलावृष्टि होने की संभावना है।
इस प्रकार किसानों को सलाह दी जा रही है कि गेहूं, सरसों, आलू एवं सब्जियों आदि फसलों में सिंचाई का कार्य स्थगित कर दे। इसके साथ ही सिचाई, निराई-गुड़ाई एवं खरपतवार नाशी, कीटनाशी एवं रोग नाशी का छिड़काव रूककर करें।