कानपुर (Kanpur)। मेट्रो रेल (Metro Rail) परियोजना के लगभग 23 किमी. लंबे पहले कॉरिडोर (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत चुन्नीगंज और नयागंज के बीच निर्मित हो रहे 4 किमी. लंबे भूमिगत सेक्शन में नाना टनल बोरिंग मशीन ने सोमवार को अपना पहला मील का पत्थर हासिल किया।
84 मीटर की टनलिंग प्रक्रिया पूरी करने के साथ ही उसका प्रारंभिक ड्राइव पूरा हुआ। अब मशीन के बैकअप सिस्टम को टीबीएम के शील्ड से जोड़ने के लिए 17.5 मीटर गहरे आयताकार लॉन्चिंग शाफ़्ट में उतारा जाएगा, जिससे पूरी तरह ऑटोमैटिक तरीके से खुदाई का काम तेजी से होगा।
उक्त जानकारी देते हुए यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एमडी सुशील कुमार ने बताया कि 4 जुलाई से शुरू हुए नाना टीबीएम ने टनल तैयार करने के लिए अब तक 60 रिंग लगा चुके हैं। अब मशीन लगभग 12 से 15 मीटर रोजाना की गति से आगे बढ़ सकेगी।
इनिशियल ड्राइव के दौरान मशीन का बैकअप सिस्टम यूनिट अब तक शाफ़्ट के बाहर से कार्य कर रहा थी। लेकिन अब इनिशियल ड्राइव के पूर्ण हो जाने के बाद लगभग 80 मीटर लंबे इस यूनिट को मशीन के शील्ड से जोड़ने के लिए नीचे उतारा जाएगा। इसके साथ ही नाना टनल बोरिंग मशीन से खुदाई वर्तमान में रोक दी गई है।
उन्होंने बताया कि बैकअप सिस्टम यूनिट को टीबीएम का कंट्रोल रूम भी कहा जा सकता है, जहां मशीन की सभी सहायक प्रणालियां मौजूद होती हैं। बैकअप सिस्टम यूनिट के माध्यम से मशीन 24 घंटे काम करती है और इंजीनियर्स अलग-अलग शिफ़्टों में इस सिस्टम को सँभालते हैं।
इस कंट्रोल रूम में रेस्ट रूम और टॉयलट की भी सुविधा होती है। यह रोलिंग संरचना टीबीएम से जुड़कर उसके साथ आगे बढ़ती है। भूमिगत मेट्रो के निर्माण कार्य की प्रगति पर संतोष जताया है। समयबद्ध तरीके से पूरी सुरक्षा के साथ टनल निर्माण कार्य चल रहा है।
बता दें कि कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के अंतर्गत दो मेट्रो कॉरिडोर्स का निर्माण होना है, पहला आईआईटी से नौबस्ता के बीच, जिसकी लंबाई लगभग 23 किमी. है और दूसरा चंद्रशेखर आज़ाद विश्वविद्यालय से बर्रा-8 के बीच, जिसकी लंबाई लगभग 8 किमी. है।
वर्तमान में पहले कॉरिडोर का निर्माण जारी है, जिसके अंतर्गत आईआईटी से मोतीझील के बीच लगभग 9 किमी. लंबा प्राथमिक सेक्शन तैयार है और इसपर मेट्रो सेवाओं का परिचालन हो रहा है। मोतीझील के आगे, चुन्नीगंज से नयागंज और कानपुर सेंट्रल से ट्रांसपोर्ट नगर के बीच, दो भागों में भूमिगत सेक्शनों का निर्माण किया जा रहा है। इसके आगे, बारादेवी से नौबस्ता के बीच लगभग 5 किमी. लंबा उपरिगामी सेक्शन बनना है।