पुरुष टेनिस एकल में भारत की एकमात्र उम्मीद सुमित नागल ने शनिवार को एरियाके टेनिस कोर्ट में टोक्यो ओलंपिक के पहले दौर में उज्बेकिस्तान के डेनिस इस्तोमिन पर 6-4, 6-7 (6), 6-4 से जीत दर्ज की
लिएंडर पेस के अटलांटा 1996 में कांस्य पदक जीतने के बाद ओलंपिक में किसी भारतीय पुरुष एकल टेनिस खिलाड़ी के लिए नागल की यह पहली जीत थी।
नागल ने पहला सेट 42 मिनट में 6-4 से जीत लिया लेकिन दूसरा सेट टाईब्रेकर में 71 मिनट में गंवा दिया । हालांकि, उन्होंने वापसी करते हुए अंतिम सेट 41 मिनट में 6-4 के अंतर से जीत लिया।
दुनिया में 197वें स्थान पर काबिज 34 वर्षीय इस्तोमिन का उनके 23 वर्षीय भारतीय प्रतिद्वंद्वी से कोई मुकाबला नहीं था, जो उनसे 37 स्थान ऊपर हैं।
नागल अधिक फुर्तीले थे और कोर्ट को बेहतर तरीके से कवर करते थे।
इस्तोमिन ने नागल द्वारा आठ के खिलाफ 17 एसे दागे। भारतीय ने तीन के खिलाफ नौ के साथ अधिक दोहरे दोष भी किए।
हालाँकि, यह ब्रेक-प्वाइंट और मजबूर त्रुटियों में था कि नागल अपने उज़्बेक प्रतिद्वंद्वी से बेहतर थे।
इस्तोमिन ने नागल के 17 में 32 जबरन गलतियां कीं। भारतीय ने भी 10 में से 10 अंक जीते जबकि उसके प्रतिद्वंद्वी ने नौ में से सिर्फ पांच अंक जीते।
नागल को मिले पांच ब्रेक-पॉइंट में से चार को बदलने में कामयाब रहे – 80% रूपांतरण – जबकि इस्तोमिन 14 में से केवल दो को ही परिवर्तित कर सका – 14% रूपांतरण।