सिवनी-जिले वन परिक्षेत्र सिवनी के ग्राम कोकिवाड़ा में विगत 24 जून को समीप के जंगल में बकरी चारने गए युवक को महिला बीट गार्ड द्वारा ठप्पड मारे गये, जिसके बाद रात में लगभग 7 बजे आदिवासी बहुल्य इस ग्राम के महिला पुरुष थाना डुंडा सिवनी पहुचे जहा उनके द्वारा आरोपी महिला कर्मी के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही करने का आवेदन भी दिया।
बदले घटना क्रम के मध्य इसी रेज में पदस्थ डिप्टी रेंजर सक्रिय हुआ और मामले को ग्राम वासियो के साथ पुलिस व वन अधिकारियों की उपास्थि में 25 अगस्त को सुलझाने पर सहमति बनी । 25 अगस्त को ग्राम कोकिवाड़ा में खुले आसमान के नीचे चर्चा हुई जहा एस डी ओ पी वीं पांडेय ,वन परीछेत्र अधिकारी बी पी तिवारी भी मौजूद थे पीड़ित व्रद्ध रमलू तराम ओर कौशल्या के अनुसार उनके साथ बन बिभाग के डिप्टी रेंजर बघेल ओर बीट गार्ड मधुलिका के द्वारा मारपीट और गाली गलौच की गई है
कुछ घण्टे चली चर्चा के बाद ग्रामीणों के सामने बीट गार्ड मधुलिका से भरी सभा मे हाथ जोड़कर माफी मंगवाई गयी। आश्र्चयजनक यह है कि इस दौरान मार पीट के आरोपी डिप्टी रेंजर बघेल ने माफ़ी क्यों नही मागी जबकि उसके ऊपर भी वही आरोप था जो महिला कर्मी पर लगाया गया ।
वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी कह रहे ही मारपीट जैसी कोई घटना हुई ही नही किन्तु मामला शांत करने के लिए बेगुनाह होने के बाबजूद भी महिला कर्मी को सरेआम हाथ जोड़कर माफी मांगनी पड़ी। जबकि यदि मार पीट के आरोप गलत थे तो एस डी ओ पांडेय को तुरत जांच के आदेश देकर अपने ही कर्मियों की बेगुनाह होने का इंतेजार करना था। कुल मिलाकर कल हुई घटना में एक महिला कर्मी माफ़ी मांगने पर मजूबर हुई वही डिप्टी रेंजर को वन अधिकारी बचा ले गये।।