सिवनी: बीते दिन सीएम मोहन यादव का जिला मुख्यालय में भव्य स्वागत हुआ इसके साथ ही सिवनी जिले की समस्याओं को लेकर भुनेश कुल्हाडे ने सीएम मोहन यादव को ज्ञापन सौंपकर अनेकों समस्याओं से अवगत कराया. जारी ज्ञापन में भुनेश ने सीएम मोहन यादव को जानकारी दी कि राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय छिंदवाड़ा के अस्तित्व में आने के बाद से अभी वर्तमान तक इन 3 वर्षों से एकेडमिक कैलेंडर के अनुसार संबंधित महाविद्यालयों में न तो अध्यापन करवाया जा रहा है, न समय पर परीक्षाओं का संचालन किया जा रहा है और उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन नी ढंग से नहीं करवाया जा रहा है न परीक्षा परिणाम समय पर घोषित किए जा रहे हैं।
यहा तक की विश्वविद्यालय द्वारा सभी संकायों व विषयों का पाठ्यक्रम भी विधिवत रूप से तैयार नहीं किया गया है और शैक्षणिक सत्र भी लगभग 6 से 8 महीने विलंब से चल रहा है. इसके साथ ही विभिन्न विषयों के पाठ्यक्रमों को लेकर भी विसंगतियां बनी हुई है, परीक्षाओं के संचालन के अंतर्गत प्रश्न पत्रों का निर्माण और परीक्षा के पश्चात दिए जाने वाले मूल्यांकन में भी भारी अनियमितताएं है जिसका विपरीत परिणाम आज तक विद्यार्थियों को विगत 3 वर्षों से भुगतना पड़ रहा है।
यह कि, उक्त समस्या की और विश्वविद्यालय प्रशासन का ध्यान महाविद्यालय स्तर पर तथा विद्यार्थी संगठनों के माध्यम से अनेक बार आकर्षित कराया गया किंतु विश्वविद्यालय द्वारा इन विसंगतियों में किसी भी तरह का कोई सुधार नहीं किया गया है जिससे सिवनी जिले सहित विश्वविद्याल के अंतर्गत आने वाले अन्य जिलों के विद्यार्थियों में भी भारी असंतोष व आक्रोश है.
क्योंकि यहां एक और भारत का संविधान शिक्षा का अधिकार देता है वहीं शिक्षा प्रदान करने वाले और परीक्षाओं का संचालन करने वाले राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय के द्वारा इन सभी बातों की अनदेखी कर मनमर्जी से परीक्षाओं का संचालन और उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है जिसका दुष्परिणाम विद्यार्थियों का परीक्षा परिणाम दो या तीन परसेंट आ रहा है.
इसके उपरांत विद्यार्थियों के द्वारा जब विश्वविद्यालय से संपर्क किया जाता है तो वह केवल एक कोरा सा जवाब देते हैं कि जो मूल्यांकन हुआ है वह सही वास्तविक स्थिति यह है कि विद्यार्थियों के द्वारा विषय से संबंधित प्रश्नों के उत्तर विधिवत रूप से दिए जाने के उपरांत भी उनके संदर्भ में कोई विचार नहीं किया जाता है ऐसी स्थिति में विद्यार्थोिं के भविष्य से जो खिलवाड़ हो रहा है उसके कारण अनेक अनेक विद्यार्थियों ने अपने अध्ययन को छोड़ दिया है।
महोदय जी, राजा शकर शाह विश्वविद्यालय की स्थापना हुई लगभग 4 वर्ष कर समय हो रहा है किंतु अभी तक विश्वविद्यालय के मापदंड के अनुसार ना तो विभिन्न विषयों के विभागों की स्थापना हुई है ना ही उनके विभागाध्यक्षों की नियुक्ति हुई है और विश्वविद्यालय के अंतर्गत कार्य संचालन हेतु जो स्टॉफ होना चाहिए वह भी पर्याप्त नहीं है, ऐसी स्थिति में शिक्षा के क्षेत्र में सिवनी जिले के साथ घोर अन्याय हो रहा है।
महोदय जी, भौगोलिक दृष्टिकोण से सिवनी जिला मुख्यालय गाने जहां से बालाघाट व छिंदवाड़ा दोनों जिलों का केंद्र है। आवागमन के दृष्टिकोण से भी उचित है ऐसी स्थिति में सिवनी मुख्यालय में विश्वविद्यालय स्थानांतरित या स्थापित किया जावें, जिससे शिक्षा के क्षेत्र की उक्त समस्याओं से मुक्ति मिल सके और यह विद्यार्थियों के भविष्य व हित में होगा।
अतः महोदय आपसे निवेदन है कि सिवनी जिला मुख्यालय में विश्वविद्यालय को स्थानांतरित या स्थापित किया जावें जिससे कि विद्यार्थियों की शिक्षा के प्रति अभिरुचि बनी रहे और उनके भविष्य के साथ किसी भी तरह का कोई खिलवाड़ ना हो सकें ।