केवलारी- एक तरफ देश के प्रधानमंत्री श्रीं मोदी जी हमेशा किसानों की आये दुगुनी करने की बात करते है एवं प्रदेश के मुखिया श्री शिवराज सिंह चौहान जी अपने आप को किसान का बेटा एवं अपनी सरकार को किसान हितेषी बताते नहीं थकते ओर रात इन किसानों के हित में नई नई लाभकारी एवं कल्याणकारी योजनायें लागू कर रहे है उनका सपना है की प्रदेश का किसान सक्षम हो सशक्त, आत्मनिर्भर हो किन्तु उनके ही कर्माचारी उनके इस कार्य में उनका साथ देते नजर नहीं आ रहे बल्कि कमीशन के चक्कर में धड़ल्ले से ठेकेदारों द्वारा जिम्मेदारों के संरक्षण में गुडवत्ताहिन निर्माण कार्य करवाया जा रहा है ओर उन्हें किसी का डर नहीं क्योंकि कमीशन का पेसा सभी आपस में बंदरबांट किया करते है ओर आम जनता हमेशा की तरह परेशान होती है! मामला केवलारी तहसील का है जहा पर टेल के किसानों को अपनी फसल में पानी के लिये प्रत्येक वर्ष बेहद परेशानी का सामना करना पड़ता है यहा तक की सेंकड़ों किसानों की फसल समय पर पानी नहीं मिलने से सुख जाती है पानी नहीं मिलने के चलते किसान आंदोलन करने पर मजबूर हो जाते है ओर ये आंदोलन कभी कभी उग्र हो जाता है जिससे शासकीय सम्पति को भी नुकसान होता है ! इसी समस्या को दूर करने के लिये किसानों की तरफ से यही आवाज उठती थी की इस नहर पर कंक्रीटकारण कर दिया जाये तकि जो पानी जमीन (मिट्टी) में सूखकर एवं सीपेज होकर बर्बाद होता है उससे सेंकड़ों किसानों को पानी मिल सकेगा ओर किसानों को हर वर्ष नुकसान नहीं उठना पड़ेगा इसी को देखते हुये शासन की तरफ से मार्च 2018 से टेल वितरक चेन क्रमांक 0 से 400/ यानी ग्राम सुझरी से ग्राम बक्शी तक नहर का कंक्रीटकारण का कार्य जारी जिसकी कुल लम्बाई 22.38 किमी.एक कार्य की अनुमानित लगत लगभग 5.38 करोड़ बताई जा रही है इस नहर की सिंचाई क्षमता 2427 हेक्टयर की है!
आपको बता दे की उक्त कार्य का ठेका पिंडराई जिला मंडला निवासी जेनुल आबेदीन को दिया गया है जिसके द्वारा जिम्मेदारों से सांठगांठ कर धड़ल्ले से गुडवत्ताहिन निर्माण कार्य किया जा रहा है ऐसा हम इसलिये कह रहे है क्योंकि निर्माण कार्य के अभी छः महीने भी नहीं हुये की एक ही बरिश में नहर का कंक्रीट पानी के साथ ढह गया ओर किसानों के सपने चूर चूर हो गाये उल्लेखनीय होगा की ऐसा नहीं है ।
किसी एक विशेष स्थान पर से नहर का कंक्रीट ढहा हो बल्कि अनेक स्थानों में ऐसी स्थिति पेंदा हुई है जिसने किसानों की चिंता बढ़ा दि है ओर उनके मन में यह सवाल उठ रहा है की क्या एसे ही गुडवत्तहिन निर्माण कार्य किया जयेगा जो चंद दिनों में ही धराशाही हो जयेगा ओर किसानों समस्या तस की मस बनी रहेगी जब इस संबंध में संबंधित उपयंत्री डी.पी.नावरे तिलवारा बाईतट नहर उपसंभाग क्रमांक 4 केवलारी से बात की गई तो उन्होंने ठेकेदार का पक्ष लेते हुये कहा की गुडवत्तापूर्ण निर्माण कार्य किया गया है किन्तु उस कंक्रीट को धराशाही होंने की मुख्य वजह तेज बरिश है जिस वजह तेज पानी नहर में आ गया ओर पानी की गति तेज होने के कारण नहर को जगह जगह से धराशाही कर दिया जिससे साफ स्पष्ट होता है की ठेकेदार एवं उपयंत्री की सांठगांठ के चलते ही गुडवत्ताहिन निर्माण कार्य किया जा रहा है ! इसकी एक वजह ओर है जिससे साफ होता है उपयंत्री एवं ठेकेदार के बीच सांठगांठ है क्योंकि जब हमारे संवाददाता ने नहर में चल रहे कंक्रीट की मोटाई के बारे में पूछा तो उनका कहना था की उक्त कार्य में कंक्रीट की मोटाई 6 एम.एम. है जबकि प्राप्त जानकारी अनुसार वह स्टीमेट ए 6 सेमी. की है इसके बाद हमारे संवाददता ने संबंधित एस. डी. ओ. नाग से बात करना चहा तो उन्होंने ने छुट्टी का बहना बनाकर अपना पल्ला झाड़ लिया जिसके बाद हमारे संवाददाता द्वारा कार्यपालन यंत्री प्रवीण चंद महाजन से सम्पर्क कर उक्त मामले की जानकारी उन्हें दी जिनका कहना है की उक्त मामले की गुडवत्ता की जांच की जायेगी एवं धराशाही हो चुके निर्माण कार्य को फिर से निर्माण करया जयेगा
उक्त मामले में निर्माणाधीन कार्य की गुडवत्ता की जांच करायी जायेगी एवं दोषी पाये जाने पर जिम्मेदारों पर उचित कार्यवाही की जायेगी एवं धराशाही हो चुका कंक्रीट का फिर निर्माण ठेकेदार द्वारा करया जयेगा जिससे भविष्य में किसानों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो
प्रवीण चंद महाजन कार्यपालन यंत्री तिलवारा बाईतट नहर प संभाग क्रमांक 4 केवलारी जिला सिवनी