जीएसटी इंटेलीजेंस टीम ने पकड़ा साढ़े चार करोड़ रूपये का फर्जीवाड़ा
सिवनी | फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट ट्रांसफर करने पर जीएसटी इंटेलीजेंस ने सिवनी के लोहा कारोबारी को जबलपुर में गिरफ्तार किया है। उसने 25 करोड़ के कारोबार में लगभग 4.45 करोड़ रूपये का क्रेडिट दूसरे कारोबारियों को किया। इसे टैक्स की चोरी मानते हुए कारोबारी की फर्म पर जीएसटी की क्षेत्रीय ईकाई की टीम के द्वारा छापा मारा गया। सबसे बड़ी बात यह थी कि फर्म में वह सामग्री नहीं मिली जिसका क्रेडिट भेजा जा रहा था।
यह था मामला : प्राप्त जानकारी के अनुसार वह केवल पेपर पर ई-वे बिल बना रहा था। जीएसटी इंटेलीजेंस को जानकारी लगी कि सिवनी में अंकित तिवारी की जगदीश ट्रेडर्स नाम की फर्म है। फर्म से लोहे का सरिया और चैनल के अलावा दूसरे उत्पादों की खरीदी – बिक्री की जाती है।
इस पर उपनिदेशक नितिन अग्रवाल ने सीनियर इंटेलीजेंस अधिकारी दिलजीत बाधवान के साथ एक टीम बनायी। टीम की छापा की कार्रवाई के दौरान पता लगा कि संचालक अंकित ने फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट को केवल इ-वे बिलों के माध्यम से वास्तविक मात्रा में से कई खरीददारों को पेपर पर ट्रांसफर कर दिया है।
गलत ई- वे बिल किये गये तैयार : टीम को कार्यवाही के दौरान पंजीकृत कार्यालय से कोई भी कागज या दस्तावेज नहीं मिले। इस पर तिवारी का बयान लिया गया। इसमें स्वीकार किया गया कि परिसर से कोई भी सामान की आवक नहीं हुई और न ही यहाँ से सामग्री बेची गयी। उसने यह भी स्वीकार किया कि उसके द्वारा गलत ई-वे बिल तैयार किये गये।
अंकित को पूछताछ के लिये शनिवार को जबलपुर बुलाया गया। विभाग के आसूचना अधिकारी ने गड़बड़िया मिलने के बाद अंकित को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। अब टीम उन कारोबारियों से भी बयान लेगी जिन्होंने फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया।
सिवनी में फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का मामला सामने आया है. जाँच में पाया गया कि अंकित तिवारी ने 4.45 करोड़ का टैक्स क्रेडिट ट्रांसफर किया. इसका फायदा दूसरे कारोबारियों को पहुँचाया. अंकित को गिरफ्तार किया गया है.
समीर पांडे,
उप निदेशक जीएसटी इंटेलीजेंस.