सिवनी/इंदौर: एमजीएम मेडिकल कॉलेज में एनेस्थीसिया (तृतीय वर्ष) की पीजी छात्रा अपूर्वा गुलानी (Apoorva Gulani) ने बीते दिन रविवार सुबह जेडी गर्ल्स हॉस्टल में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है।
मृतक की पहचान सिवनी लखनादौन निवासी अपूर्वा गोलानी (Apoorva Gulani) के रूप में हुई है, वह एमजीएम मेडिकल यूनिवर्सिटी में तीसरे वर्ष की छात्रा थी और एमवाय अस्पताल के सामने एक निजी छात्रावास जेडी गर्ल्स हॉस्टल में रहती थी।
वह शनिवार शाम तक ड्यूटी पर थी लेकिन रविवार को ड्यूटी पर नहीं आई।
प्राथमिक जांच के मुताबिक उसकी मौत एनेस्थीसिया के ओवरडोज से हुई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल भेज दिया गया था, पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार जानो को सौंपा गया सोमवार सुबह लखनादौन में उनका अंतिम संस्कार हुआ।
संयोगितागंज पुलिस थाने के निरीक्षक तहजीब काजी ने कहा कि एक निजी छात्रावास में उसके कमरे में मिली एक डायरी में पीड़िता के जीवन से तंग आ चुकी थी, यह कहते हुए कि डायरी की सामग्री की जांच की जा रही है।
सब इंस्पेक्टर मनीषा डांगी ने कहा, “उसने एनेस्थीसिया ओवरडोज ले लिया था जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई, वह गवर्नमेंट महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज में एनेस्थिसियोलॉजी में पोस्ट-ग्रेजुएट कोर्स कर रही थी।”
उसके एनेस्थीसिया विभाग के प्रमुख डॉ केके अरोड़ा ने कहा कि पीड़िता ने अपने दोस्तों या अधिकारियों से किसी तरह की कोई शिकायत नहीं की है और न ही किसी समस्या के बारे में बताया है।
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट (Suicide Note) भी मिला है। अंग्रेजी में लिखे इस सुसाइड नोट में अपूर्वा की हताशा झलक रही है। उसने लिखा है- आइएम अनेबल टू फाइट माइसेल्फ।
हॉस्टल में मिली विविध दवाईयां, इंजेक्शन
पुलिस को जांच के दौरान हॉस्टल में एनेस्थेसिया, कई तरह की दवाईयां, इंजेक्शन मिले हैं। सुबह अपूर्वा की ड्यूटी इमरजेंसी वार्ड में थी लेकिन वह नहीं पहुंची तो साथी होस्टल पहुंचे, वहां वह बेहोश मिली थी, तब दोस्त अस्पताल लेकर आए।
पिता जबलपुर में वकील
अपूर्वा के पिता जबलपुर में वकील हैं। इसके साथ ही वह खेती किसानी का काम करते हैं। छोटा भाई भी कॉलेज की पढ़ाई के साथ परिवार के काम में हाथ बंटाता है। उसके हॉस्टल के कमरे से एनेस्थिसिया व अन्य ड्रग के इंजेक्शन मिले हैं। संभवत: ओवर डोज के चलते उसकी मौत हुई है।
8 बजे ड्यूटी पर पहुंचना था कॉल रिसीव नहीं किया
पुलिस को मिली जानकारी में सामने आया है कि 8 बजे अपूर्वा की इमरजेंसी में ड्यूटी थी। लेकिन वह ड्यूटी पर नहीं पहुंची थी। इसके चलते उसके साथी उसे लगातार कॉल कर रहे थे। पर वह रिसीव नहीं कर रही थी। काफी देर हो जाने पर साथी हॉस्टल में पहुंचे। यहां अपूर्वा बिस्तर पर बेसुध पड़ी थी।