सिवनी। जल संसाधन विभाग के तिलवारा बाई तट नहर केवलारी संभाग के उप संभाग 3 भीमगढ़ दाएं तट नहर के कान्हीवाड़ा कार्यालय में पदस्थ एसडीओ श्रीराम बघेल को जबलपुर कमिश्नर बी चंद्रशेखर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
निलंबित एसडीओ बघेल का मुख्यालय जल संसाधन विभाग जबलपुर अधीक्षण यंत्री कार्यालय नियत किया गया है। 13 जनवरी को इस आशय के आदेश कमिश्नर जबलपुर ने जारी किए हैं। यह कार्यवाही 17 दिसंबर को इंटरनेट मीडिया यूट्यूब पर अपलोड एक ऑडियो क्लिप पर संज्ञान लेते हुए की गई है।
चुनाव ड्यूटी का दिया था हवाला –
जांच प्रतिवेदन में पाया गया कि, वायरल ऑडियो में सिवनी के पलारी गांव निवासी किसान विजय साहू द्वारा खेत में पानी नहीं आने के संबंध में सिंचाई विभाग के एसडीओ श्रीराम बघेल को बताया गया। इसके प्रति उत्तर में एसडीओ बघेल ने कहा कि, वे चुनाव में व्यस्त हैं।
अभी उन्हें फोन नहीं लगाया जाए। कलेक्टर को फोन लगाएं जिसने ड्यूटी लगा दी है, उसके आंख में नहीं दिख रहा है। कलेक्टर अंधा है, तो हम क्या करें। जब हम हैं ही नहीं तो हमारी कौन सुनेगा। आपका फोन बार-बार आ रहा है, तुम कलेक्टर को फोन करो।
15 दिसंबर को किसान व एसडीओ की हुई थी बातचीत –
जांच प्रतिवेदन में कहा गया है कि, 15 दिसंबर को विजय साहू ने अपने मोबाइल से एसडीओ श्रीराम बघेल के मोबाइल पर सुबह 11:07 पर फोन लगाया था। कॉल डिटेल के मुताबिक, 24 सेकेंड तक दोनों के बीच बातचीत हुई।
शासकीय पद पर रहते हुए सरकारी कार्य में लापरवाही बरतते हुए सिवनी कलेक्टर के विरुद्ध अनर्गल व अपमानजनक भाषा का उपयोग किया गया।
साथ ही अपने क्षेत्र के किसान की समस्या का समाधान करने की बजाय चुनाव ड्यूटी बताते हुए कलेक्टर पर अशोभनीय टिप्पणी किए जाने के मामले में सिवनी कलेक्टर ने एसडीओ श्रीराम बघेल को निलंबित करने का प्रस्ताव जबलपुर कमिश्नर को भेजा था।
मध्य प्रदेश सिविल सेवा नियम 1965 के विपरीत आचरण करने पर इस मामले में 21 दिसंबर को एसडीओ श्रीराम बघेल को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया गया। जवाब में एसडीओ ने आरोपों का खंडन किया लेकिन कोई ठोस प्रमाण प्रस्तुत नहीं किए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जबलपुर कमिश्नर बी चंद्रशेखर ने कान्हीवाड़ा कार्यालय में पदस्थ एसडीओ श्रीराम बघेल को मध्यप्रदेश सिविल सेवा नियम 1966 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। प्रकरण में कमिश्नर ने निलंबित एसडीओ के खिलाफ विभागीय जांच शुरू करने के आदेश दिए हैं।