सिवनी। जिले के किंदरई थाना अंतर्गत ग्राम भिलाई स्थित छात्रावास के पीछे तालाब में बीते दिन मिले अज्ञात शव की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस अंधे हत्याकांड का पर्दाफाश पुलिस अधीक्षक श्रीरामजी वास्तव ने गुरुवार की दोपहर को पुलिस कंट्रोल में प्रेस वार्ता के दौरान किया है।
उन्होंने बताया कि गत 03 नवंबर को किंदरई थाना पुलिस को सूचना मिली कि ग्राम भिलाई के छात्रावास के पीछे तालाब में एक अज्ञात पुरूष का शव तैरता दिखाई पड रहा है।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पाया कि ग्राम भिलाई के तालाब पर एक व्यक्ति का शव तालाब में किनारे पर ही औंधे मुंह तैरता दिखाई पड़ा तथा शव के पास ही तालाब किनारे के पास की गीली मिट्टी में खून बहकर सूखकर जमा हुआ था। पुलिस ने ग्रामीणों की सहायता से शव को तालाब के अंदर से सुरक्षित निकाला इस दौरान पुलिस ने पाया कि मृतक के गर्दन पर चोट के निशान थे।
मृतक के शव की पहचान न होने के कारण पुलिस ने शव की फोटोग्राफी कर सोशल मीडीया, व्हाट्सअप ग्रुप में जानकारी साझा की। और धारा 174 जाफौ का प्रकरण पंजीबद्ध कर जांच में लिया।
इस दौरान 04 नवंबर को दमपुरी निवासी सुखचैन, चैनसिंह ने थाने में उपस्थित होकर मृतक के शव की पहचान कर अपना बडा भाई रतनसिंह (36) पुत्र छुन्नु परते बताया। पुलिस द्वारा शव का सीएचसी घंसौर से पीएम कराया गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट मे डॉक्टर द्वारा मृतक रतनसिंह की मृत्यु गर्दन के कटने तथा मृत्यु की प्रकृति हत्या होना लेख किया गया। तथा मृतक के परिजन भाई सुखचैन, चैनसिंह एवं मां गुलबशिया बाई ने हत्या होने का संदेह व्यक्त किया।
वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में टीम गाठित कर परिजनों व संदेहियों से बारीकी से पूछताछ कर बयान दर्ज किये गये। परिजनों ने बताया कि 28 अक्टूबर को मृतक रतन सिंह अपनी पत्नी के साथ मामाससुर शनिलाल मरावी निवासी उमरडीह के घर रिश्तेदारी में गया था और 01 नवंबर को मृतक मामाससुर के घर से कही चला गया था।
इस दौरान मृतक की पत्नी सुशीला और शनिालाल के पुत्र उमेश के कथन लिए गए जिसमें संदेह होने पर पुलिस ने सघनता से पूछताछ करने पर उमेश ने बताया कि मृतक की पत्नी सुशीला से उसका प्रेम संबंध है और मृतक सुशीला को परेशान कर रहा था जिस पर उन्होनें योजना बनाकर दोस्त रज्जू और रतन सिंह को शराब पिलाकर मोटरसाइकिल में बैठालकर तालाब के पास रोका और रज्जू को कुछ काम है कहकर दूर भेज दिया और रतनसिंह के गले में हंसिया से चोट पहुंचाकर तालाब में ढकेल दिया और वापस आकर रज्जू को बताया कि रतनसिंह पेशाब करते समय तालाब में डूब गया है यह बात किसी से नही बताना।
जिस पर पुलिस ने गुरूवार को आरोपितों के कब्जे से घटना में उपयोग किया गया हसियें बरामद करते हुए उमेश पुत्र शनिलाल मरावी निवासी उमरडीह एवं मृतक की पत्नी सुशीला परते निवासी दमपुरी को गिरफ्तार किया।
बताया गया कि गुरूवार को पुलिस ने जिला न्यायालय सिवनी के समक्ष दोनो को पेश किया जहां से दोनो आरोपितों को जेल भेज दिया गया है।