CWSN छात्रावास सिवनी से भटके 9 वर्षीय दिव्यांग बालक को परिवार जन तक पहुंचाने में सराहनीय कार्य करने वाले नवयुवक को पुलिस अधीक्षक सिवनी ने किया सम्मानित
सिवनी । गंगानगर फिल्टर पंप के पास सिवनी स्थित CWSN छात्रावास CWSN ( Child with special need Hostel ) में गत एक वर्ष से रहकर पढ़ाई कर रहे दिव्यांग नाबालिक बालक सहदेव मरावी उम्र करीब 8 साल 6 माह निवासी ग्राम टिकरा घंसौर जिला सिवनी ।
जो कि कल दिनांक 9 जुलाई 2019 को दोपहर करीब 1:00 बजे हॉस्टल से लगे हुए प्राथमिक शाला गंगानगर से अचानक गुम हो जाने पर हॉस्टल की केयरटेकर श्रीमती मुन्नी डेहरिया एवं शासकीय प्राथमिक शाला गंगानगर के प्राचार्य श्री एम एस शांडिल्य के द्वारा थाना कोतवाली को बालक के अचानक गुम हो जाने की सूचना दी गई।
दोपहर करीब 4:00 बजे सिवनी से जबलपुर नेशनल हाईवे पर ग्राम राही वाड़ा के पास सिंह पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भराने पहुंचे नवयुवक श्री शरद वर्मन उम्र करीब 28 वर्ष निवासी ग्राम बंडोल की नजर उक्त रोते हुए नाबालिक बालक पर पड़ी जो दिव्यांग बालक ना बोल पाता ना सुन पाता है ।
नवयुवक शरद वर्मा ने बालक से इशारों में समझने का प्रयास किया परंतु बालक कुछ भी बताने में सफल नहीं हो पाया। शरद वर्मा ने बच्चे को करीब दोपहर 4:00 बजे चाय नाश्ता करा कर, सहारा दिया और डायल 100 को जानकारी देकर बच्चे को सुरक्षित थाना बंडोल तक पहुंचाया ।
पुलिस अधीक्षक सिवनी श्री कुमार प्रतीक के द्वारा स्कूल से भटके दिव्यांग बालक को सुरक्षित परिवार जन तक पहुंचाने में सराहनीय कार्य किए जाने हेतु नवयुवक श्री शरद बर्मन पिता श्री कमल प्रसाद वर्मा निवासी ग्राम बंडोल जिला सिवनी को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया
साथ ही पुलिस अधीक्षक सिवनी श्री कुमार प्रतीक के द्वारा उक्त छात्रावास के अधीक्षक को छात्रावास में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने के निर्देश दिए गए एवं प्राथमिक शाला गंगानगर के प्राचार्य को दिव्यांग छात्रों के संबंध में सतर्कता बरते जाने हेतु निर्देशित किया गया है ।
नवयुवक शरद वर्मा ने बताया कि वह गाड़ी चलाने का कार्य करता है और उसकी टैक्सी गाड़ी चलती है जो दोपहर करीब 4:00 बजे राही वाला के पास स्थित सिंह पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाने जा रहा था, हाईवे पर उक्त 9 वर्षीय बालक रोते हुए पैदल जाते मिला, जो उन्होंने अपनी गाड़ी रोककर उस बच्चे को सहारा दिया , संभाला चाय नाश्ता कराया और फिर डायल 100 के द्वारा पुलिस को सूचना देकर थाने तक सुरक्षित पहुंचाया।