सिवनी (SEONI) में किन्नरों (kinner) ने जमकर किया ताण्डव! Viral VIDEO खबर के अंत में
सिवनी // सावन मास में किन्नरों के द्वारा लोगों के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में जाकर लोगों से बख्शीश ली जाकर उन्हें दुआओं से नवाज़ा जाता है। सिवनी में स्थायी तौर पर रहने वाले किन्नरों के साथ बाहर से आये किन्नरों के द्वारा मंगलवार को शुक्रवारी में दिन के समय विवाद किया गया। बाद में उभय पक्षों में कोतवाली में समझौता भी हो गया।
कोतवाली पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंगलवार 09 जुलाई को दोपहर में पुलिस को शुक्रवारीमें किन्नर समुदाय के दो गुटों के बीच विवाद की जानकारी मिली। कोतवाली पुलिस के द्वारा तत्काल इस मामले में एक्शन लेते हुए उभय पक्षों को कोतवाली तलब किया गया।
सूत्रों ने बताया कि इसके पूर्व बुधवारी बाज़ार में बाहर से आये किन्नरों जिसमें खुशी, उजाला आदि शामिल थे के द्वारा व्यापारियों से मनमाना पैसा माँगा गया। व्यापारियों के द्वारा पैसा देने से इंकार करने पर इन किन्नरों के द्वारा अर्द्ध नग्न होकर हंगामा करना आरंभ कर दिया गया।
सूत्रों ने बताया कि इस दौरान मौके पर जमकर भीड़ लग गयी और लोगों के द्वारा इसके वीडियो भी बनाये गये। ये किन्नर इस कदर उत्तेजित हो गये थे कि ये किसी से सम्हल ही नहीं रहे थे। इस तरह की घटना सिवनी जिले में संभवतः पहली ही बार घटित हुई बतायी जाती है।
सूत्रों की मानें तो सिवनी में रहने वाली सबसे बुजुर्ग किन्नर बबली के द्वारा सिवनी में रहने वाले किन्नरों को विवाद न करने की नसीहत देते हुए शांत करवाया गया। इसके उपरांत कोतवाली में उभय पक्षों के द्वारा जबलपुर और भोपाल में अपने गुरूओं से संपर्क कर विवाद का पटाक्षेप किया गया।
सूत्रों ने बताया कि इन दोनों किन्नर समूहों के बीच इस बात को लेकर सहमति बनी कि बाहर से आया किन्नरों का समूह अब छिंदवाड़ा जिले के चौरई में जाकर रहेगा और सिवनी में बबली के नेत्तृत्व वाले किन्नर यहीं रहकर अपना काम करेंगे। यहाँ यह उल्लेखनीय होगा कि बबली के नेत्तृत्व में कभी भी इस तरह का विवाद अब तक नहीं हुआ है।
गौरतलब होगा कि इस बार सावन मास के पहले ही किन्नरों की एक टोली के द्वारा घरों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में जाकर पैसे माँगने से लोग आश्चर्य चकित थे। इस समूह में बबली के न होने के कारण भी लोग असमंजस में थे। मृदुभाषी बबली के बारे में अधिकांश लोगों के द्वारा इन किन्नरों से पूछताछ भी की गयी पर इन किन्नरों के द्वारा उन्हें किसी तरह का संतोष जनक जवाब नहीं दिया गया।
लोगों का कहना था कि जो किन्नर इस बार सावन के पहले ही पैसा एकत्र कर रहे थे, वे सब अन्जान चेहरे ही थे। लोगों का कहना है कि इसके पहले कथित किन्नरों के द्वारा शहर में एक घर से लूट की वारदात को भी अंजाम दिया गया था। बाद में इस किन्नर को पुलिस ने धर दबोचा था।
अरविंद जैन, नगर कोतवाल.
दोपहर में किन्नरों के विवाद की जानकारी मिली थी. विवाद करने वाले किन्नरों को कोतवाली बुलाया गया था. उभय पक्ष एक दूसरे के खिलाफ शिकायत नहीं करना चाह रहे थे. बाद में आपस में बातचीत के जरिये विवाद को सुलझा लिया गया है.