सिवनी। सिवनी का भोमा क्षेत्र सफेद सोना अर्थात खोया या मावा के लिए प्रसिद्ध है। भोमा का मावा पूरे प्रदेश या यूं कहा जाए कि देश भर में प्रसिद्ध है तो अतिश्योक्ति नहीं होगा। हाल ही में छिंदवाड़ा में 06़ क्विंटल मावा जप्त किया गया है, जो सिवनी से लेकर छिंदवाड़ा जाया जा रहा था।
बुजुर्ग बताते हैं कि पहले सिवनी के भोमा से मावे की बड़ी खेप रोजना रात को मण्डला से नागपुर चलने वाली राज्य परिवहन निगम की यात्री बस से भेजा जाता था। खोवा व्यापारियों के द्वारा भोमा के पुलिस थाना कान्हीवाड़ा, कोतवाली सिवनी एवं कुरई थाने सहित खाद्य एवं औषति प्रशासन, खाद्य विभाग आदि जिम्मेदार विभागों के साथ पूरी तरह सामंजस्य बिठाकर रखा जाता था।
वहीं, पुलिस के सूत्रों ने बताया कि अब जबसे राज्य परिवहन का अस्तित्व समाप्त हो गया है तब से निजि तौर पर चलने वाली यात्री बस के जरिए भोमा से खोवे की तस्करी बड़ी मात्रा में की जा रही है। भोमा से देश के अनेक हिस्सों में रोजना ही क्विंटलों से खोवे की सप्लाई की जा रही है।
छिंदवाड़ा प्रशासन के सूत्रों के हवाले से बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छिंदवाड़ा में त्योहारों के मद्देनजर विशेष रूप से खाद्य पदार्थों की जांच का अभियान चलाया गया है जिसके चलते बस स्टैंड पर 600 किलोग्राम मावा जप्त कर किया गया है। मावे की यह खेप सिवनी जिले से छिंदवाड़ा भेजा गया था जिसका सैंपल खाद्य अधिकारी ने जांच के लिए लिया गया है।
खाद्य अधिकारी के मुताबिक जब्त किए गए मावा की कीमत 1 लाख 20 हजार रुपए की है। मावा सैंपल जांच के लिए भोपाल भेजा जाएगा। खाद्य सुरक्षा अधिकारी गोपेश मिश्रा ने बताया कि बुधवार सुबह खैरावाली बस में सिवनी से लोड 13 बोरियों में भरा 600 किलो मावा जब्त किया गया है।
मावा सिवनी के छुई से छिंदवाड़ा के नक्श ट्रेडर्स के लिए भेजा गया है। नक्श ट्रेडर्स के संचालक से मावा का नमूना लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा जाएगा। यह मावा विधिवत बिल पर लाया गया था या अवैध रूप से सिवनी से छिंदवाड़ा पहुंचा है, इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है.