धारनाकला (एस.शुक्ला): गरीबो को प्रदाय किये जाने वाले राशन आवंटन मे फिर एक बार जमकर कटौती की गई है जिससे राशन वितरण अब सेल्समैन के लिये सिर दर्द साबित हो रहा है यह कटौती कोई इसी माह की नही है लगातार तीन माह से राशन दुकानो का आवंटन जमकर काटा जा रहा है कार्ड धारी और सदस्य सख्या के अनुपात से आधा राशन भी राशन दुकानो मे नही पहुच रहा है ऐसी स्थिति मे गरीबो को कैसे राशन वितरण हो पाएगा यह समझ से परे है.
जनवरी मे भी नही हुआ आवंटन
उल्लेखनीय है की लगातार तीन माह भरपूर कटौती किये जाने के बाद माह जनवरी के राशन आवंटन मे भी कटौती करते हुऐ राशन दुकानो को जो राशन प्रदाय किया गया है उसमे 25 प्रतिशत ही राशन कार्ड धारियो को अनाज का वितरण हो पायेगा और लडाई झगडे की स्थिति भी निर्मित हो जायेगी
चूकि सरकार द्वारा घोषणा तो कर दी गई की गरीबो को एक वर्ष तक मुफ्त राशन प्राप्त होगा किन्तु क्या हकीकत मुफ्त राशन के पीछे राशन दुकानो को पर्याप्त राशन कार्ड और सदस्य सख्या के अनुपात से प्रदाय किया जा रहा है यह हकीकत जानने की फुर्सत किसे के पास नही है
जबकि राशन दुकानो के विक्रेताओ का कहना है की प्रति माह पीओएस मशीन से 95 से 96 प्रतिशत राशन का वितरण आनलाइन किया जा रहा है, बावजूद इसके लगातार तीन माह से राशन के आवंटन मे भारी कटौती की जा रही है.
जबकि इस सम्बंध मे राशन दुकान के विक्रेताओ के द्वारा माह दिसम्बर मे भी राशन मे की गई कटौती को लेकर जिला कलेक्टर एस डी एम एवं फुड विभाग को आवेदन प्रस्तुत किया गया था एवं राशन आवंटन मे सुधार की मांग की गई थी लेकिन राशन आवंटन मे सुधार तो दूर जनवरी 2023 के राशन आवंटन मे पुनः भारी कटोती कर दी गई जिससे सरकार के घोषणा के अनुसार कैसे राशन वितरण होगा यह समझ से परे है.
पीओएस मशीन पर लगा प्रश्न चिन्ह
यहा यह भी उल्लेखनीय है की जिले की सभी राशन दुकानो मे राशन का वितरण पी ओ एस मशीन से आनलाइन किया जा रहा है किन्तु मशीन मे स्टाक का पूर्ण रूप से न घटना भी राशन विक्रेताओ के लिये समस्या बनी हुई है चूकि विक्रेताओ का आरोप है की आनलाइन वितरण के बाद भी मशीन मे सैकड़ो क्विंटल अनाज का स्टाक शो हो रहा है.
यही बात फ़ूड विभाग के आला अधिकारी भी कह रहे की पी ओ एस मशीन मे स्टाक होने के कारण राशन आवंटन मे कटौती हुई है और राशन आवंटन भोपाल से ही तय होता है जिले से राशन आवंटन के सम्बंध मे कुछ नही होता
गायब हो गयी गरीब की थाली से रोटी
यहा यह भी उल्लेखनीय है की राशन दुकानो मे लगातार छै माह से गेंहू नहीं पहुच रहा है जिससे गरीबो की थाली से रोटी लगभग गायब सी हो गई है और छै माह से गरीबो को राशन दुकानो से चावल का ही वितरण हो रहा है जब इस सम्बंध मे राशन विक्रेताओ से जानकारी ली गई तो उनके द्वारा बताया गया की अन्त्योदय पीले कार्ड पर ही गेंहू मिल रहा है
किन्तु अन्त्योदय कार्ड सख्या के अनुपात से भी गेंहू का आवंटन नही मिल रहा है बमुश्किल एक से डेढ क्विंटल गेहू राशन दुकानो मे आ रहा है जो बमुश्किल से अन्त्योदय पीले कार्ड धारियो को तीन से चार किलो दिया जा सकता है चूकि प्रति माह राशन कार्ड धारी गेहू की मांग करते है किन्तु गेहू का आवंटन ही नही मिलता तो कहा से गेहू का वितरण करे
वही दूसरी तरफ राशन दुकानो से गेहू के नदारद होने के बाद से बाजार मे भी गेहू के दाम आसमान छू रहे है और गरीब बाजार से इतना महंगा गेहू नही खरीद पा रहे है और गरीब की थाली से रोटी लगभग गायब सी हो गई है
क्या सही मे राशन की काला बाजारी बडे स्तर पर है क्योकि राशन दुकानो के लगातार अनाज आवंटन मे कटोती से यह कहना भी गलत नही होगा की राशन का उच्च स्तरीय खेल बडे पैमाने पर है जिस पर किसी का ध्यान नही है और यही कारण है बडे पैमाने के खेल मे निचले स्तर का कर्मचारी बुरी तरह पिस रहा है