सिवनी : शासन की महत्वाकांक्षी ‘एक जिला एक उत्पाद’ परियोजना के लिए सिवनी जिले की पहचान सुगंधित जीराशंकर चांवल को चयनित किया गया है। जिले में पारंपरिक रूप उत्पादित किये जाने वाले जीराशंकर चांवल अपने अनूठे स्वाद, सुगंध और कोमलता के लिए प्रसिद्ध है। इसके दाने जीरे की तरह अत्यंत छोटे दाने का होते हैं तथा पक कर मुलायम ,चमकदार तथा अत्यधिक स्वादिष्ट होता है। इन सब खूबियों के साथ ही जीराशंकर चावल की सुगंध हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है।
जिले की पहचान जीराशंकर चावल को प्रोत्साहित करने के उददेश्य से जिला प्रशासन द्वारा ‘एक जिला एक उत्पाद’ के अंतर्गत कृषक उत्पादक संगठन का निर्माण कर जिले के जीराशंकर चांवल को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।
जीराशंकर चांवल बरघाट के कांचना, मोहगात, गड़ी, जैवनारा, ताखलां एवं विकासखण्ड कुरई के गोडेगांव, सुकतरा, मोहगांव सड़क में विशेष तौर पर बोई जाती है। इसके साथ ही कलेक्टर डॉ राहुल हरिदास फटिंग के मार्गदर्शन में जिले के सभी आठों विकासखण्डों में जीराशंकर धान को लगभग 12000 हेक्टेयर में लगाया गया है। तथा विकासखण्ड स्तर पर जैविक जीराशंकर की खेती करने वाले कृषकों की कृषक उत्पादक संगठन (FPOs) गठित गठित की गई है।
8 नवीन कृषक उत्पादक संगठन क्रमश: श्री अन्नपूर्णा कृषक उत्पादन संगठन, श्री बलराम कृषक उत्पादक संगठन, ओम श्री माँ फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड उत्पादक संगठन, गंगा जी कृषक उत्पादक संगठन, हीरामणी कृषक उत्पादक संगठन,. बंधानी सीताफल कृषक उत्पादक संगठन,. जीराशंकर कृषक उत्पादक संगठन तथा मोगली कृषक उत्पादक संगठन को प्रस्तावित किया गया है।
इन FPO के माध्यम से जीराशंकर चांवल उत्पादक अपने उत्पाद का विक्रय कर सकेंगे। इसी तरह पेंच नेशनल पार्क तथा कान्हा नेशनल पार्क के होटलों / रिसोर्ट से समन्वय कर जीराशंकर चांवल की बिरयानी एवं खीर को विशेष डिश रूप में पहचान दिलाई जा रही है। इसके साथ ही जीराशंकर चांवल का स्व-सहायता समूह के माध्यम से विक्रय करने के साथ ही ऑनलाईन डिजीटल प्लेटफार्म अमेजन एवं फ्लिपकार्ड के माध्यम से विक्रय के प्रयास किए जा रहे हैं।
सरेखा एग्री प्रोडियूसर कम्पनी गंगेरुआ एवं पोनार फार्म प्रोडियूसर कम्पनी पोनार का बरघाट क्षेत्र में गठन कर पंजीयन किया गया है। जिनके द्वारा जीराशंकर के उत्पादन वितरण के साथ ही निकटतम महानगर नागपुर, जबलपुर एवं छिन्दवाड़ा जिले की संस्थाओं से सम्पर्क स्थापित जिले के जीराशंकर चांवल का वितरण किया जावेगा
वहीं जीराशंकर धान का जीआई टेग प्राप्त करने हेतु सिवनी जीराशंकर सहकारी समिति बरघाट का पंजीयन किया गया है। भौगोलिक संकेत (Geographical indication) क्षेत्र में जीराशंकर उत्पादन के गुणवत्ता के निरीक्षण एवं निगरानी हेतु जिला स्तरीय दल गठित कर लगातार सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है। कलेक्टर डॉ फटिंग द्वारा निर्देशक आनुवंशिक राष्ट्रीय संसाधन ब्यूरो पूसा कैंपस नई दिल्ली को पत्र प्रेषित कर जिले के जीराशंकर धान को जीआई टेग प्रदान करने का लेख किया गया है।