Seoni News: सिवनी, केवलारी:- मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी दोबारा काबिज होने के लिए पूरी तैयारी में जुटी हुई है. जिस तरह भाजपा एक एक सीट पर कैंडिडेट का कार्यकाल और अनेकों फैक्टर पर ध्यान रखते हुए कैंडिडेट घोषित कर रही है उससे यह तो साफ़ है कि मध्यप्रदेश में भाजपा कटतई भी रिस्क नहीं लेना चाहती है। सिवनी जिले की सिवनी विधानसभा के लिए भाजपा ने दिनेश राय मुनमुन को प्रत्याशी घोषित किया है. वहीँ सिवनी जिले की केवलारी विधानसभा में अभी भी सस्पेंस बरकार है. केवलारी विधानसभा की बात करें तो केवलारी विधानसभा की जनता विधायक राकेश पाल सिंह से बेहद ही नाराज है.
बीते विधानसभा चुनाव में राकेश पाल सिंह ने कांग्रेस के गढ़ नष्ट जरूर किया था परन्तु उनके विधायक बनने के बाद से ही वहां की जनता उनसे नाराज नजर आ रही है. जिस तरह केवलारी में राकेश पाल सिंह को लेकर जनता का नजरिया बना हुआ है उस आधार पर यदि भाजपा राकेश पाल सिंह पर दांव लगाती भी है तो भाजपा को नुक्सान झेलना पड़ सकता है.
हालाँकि बात तो यह भी सामने आई है कि सिर्फ जनता ही नहीं बल्कि स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं को विधायक राकेश पाल सिंह द्रारा लगातार नजर अंदाज करना भी उन्हें भारी नुक्सान की और ले जा सकता है.
टिकिट पाने के लिए राकेश पाल सिंह लगा रहे पूरी ताकत
भाजपा मध्यप्रदेश की एक एक सीट पर कदम फूंक फूंक कर रख रही है ऐसे में भाजपा की राज्य और केंद्र सरकार द्वारा कराए गए सर्वे राकेश पाल सिंह की जमीनी हकीकत पहुंची है या नहीं इसकी तो जानकारी मिल पाना संभव नहीं है लेकिन यदि ऐसा हुआ तो ये तो पक्का है कि भाजपा राकेश पाल सिंह पर दांव नहीं खेलेगी.
आगामी माह में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए मध्यप्रदेश की सिवनी जिले से विधानसभा बरघाट व विधानसभा सिवनी से भाजपा उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गयी है। इसके साथ ही अभी लखनादौन व केवलारी से उमीदवारों की घोषणा का इन्तजार किया जा रहा है. कई ऐसे भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ता और नेता भी राकेश पाल सिंह के साथ टिकिट की दावेदारी में लगे हुए है. अब देखना तो यही है कि भाजपा किस पर दांव लगाती है.
केवलारी वापस बन सकता है कांग्रेस का गढ़
सिवनी जिले की केवलारी विधानसभा क्षेत्र वर्षों से भारतीय जनता पार्टी के लिए हार का रिकार्ड बनाने वाला क्षेत्र बना हुआ था हालाँकि राकेश पाल सिंह ने इस रिकॉर्ड को बीते विधानसभा चुनाव में भारी मतों से जीत हासिल कर तोड़ दिया था. केवलारी विधानसभा में कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार के रूप में रजनीश सिंह ठाकुर को देखा जा रहा है जिन्हें राकेश पाल सिंह ने बीते चुनाव में हार का मुह दिखाया था लेकिन. हार के बाद से ही रजनीश सिंह ठाकुर जिस तरह से केवलारी विधानसभा में सक्रिय रहे है यूज़ देखा जाए तो केवलारी वापस कांग्रेस का गढ़ बन सकता है.
रजनीश सिंह ठाकुर का पुश्तैनी राजनैतिक दबदबा आज भी बरकरार है. बीते चुनाव में हार के बाद राजनैतिक दलों के मुह से यही सुनाई दे रहा था कि मोदी लहर की वजह से ठाकुर रजनीश सिंह को हार का मुह देखना पड़ा था। कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार ठाकुर रजनीश सिंह समस्त क्षेत्र में ताकतवर माने जाते है ऐसी स्थिति में उन्हें चुनौती देना और चुनाव में शिकस्त देना भाजपा के लिये आसान नहीं है।
चुनावी चर्चा में भी खुली राकेश पाल की पोल, ना विकास और ना गांव आने पर गाँव वालों से चर्चा
खबर सत्ता की चुनावी चर्चा बरघाट विधानसभा के बरघाट क्षेत्र में बीते दिनों संपन्न हुई थी जिसमे कुछ केवलारी विधानसभा के लोग भी थे उन्होंने अपने क्षेत्र के बारे में बातचीत करते हुए बताया कि राकेश पाल सिंह को लेकर वहां के लोगों की राय अब ठीक नहीं है. वह जन गाँव आते है तो गाँव के लोगों से चर्चा तक नहीं करते और ना ही उनके 5 वर्षों के कार्यकाल में किसी प्रकार का कोई विकास हुआ. वीडियो आपको जल्दी ही खबर सत्ता के आधिकारिक Youtube Channel पर देखने को मिलेगी.
केवलारी विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के अधिकृत उम्मीदवार कौन होगा इसको लेकर जनचर्चा अभी थमी नहीं है क्योंकि भाजपा ने अभी तक अधिकृत उम्मीदवार घोषित नहीं किया है। कांग्रेस से अपनी टिकिट फाईनल मानकर पूर्व विधायक ठाकुर रजनीश सिंह ने अपना प्रचार-प्रसार गांव-गांव प्रारंभ कर दिया है।