सिवनी (Seoni News): सिवनी विधानसभा में 10 वर्ष पहले भारतीय जनता पार्टी की मटकी फोड़ने के बाद खुदके मटके में निर्दलीय विधायक के रूप में अपना सिंहासन सजाया था. भाजपा का गढ़ कहा जाने वाला सिवनी और सिवनी की राजनैतिक पार्टियों को बड़ा सदमा दिनेश राय मुनमुन ने दिया था. वर्तमान समय की बात करें तो दिनेश राय मुनमुन भारतीय जनता पार्टी के विधायक है क्योंकि बीते चुनाव में दिनेश राय मुनमुन ने भारतीय जनता पार्टी का दामान थाम लिया था. हालाँकि इसके बाद मुनमुन का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमे उन्हें यह कहते सुन जा रहा था कि वह अपना ईमान बेचकर भाजपा में शामिल हुए है.
दिनेश राय मुनमुन के भाजपा का दामन थामने के बाद से ही पार्टी में भारी विद्रोह देखा जा रहा है. राजनैतिक सूत्रों की माने तो सिवनी विधानसभा के भाजपा के कुछ मूल कार्यकर्ता अब दिनेश राय मुनमुन के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने की तैयारी में है. मौजूदा विधायक दिनेश राय मुनमुन को टिकिट मिलने के बाद से ही गुप्त बैठकों का दौर निरंतर जारी है. सूत्रों की माने तो इन बैठकों में विधायक दिनेश राय मुनमुन के खिलाफ एक जुट होकर निर्दलीय प्रत्याशी को मैदान में उतारने की तैयारी पर मंथन किया जा रहा है.
लगातार चल रही इस गुप्त बैठक में अनेकों मूल भाजपाई शामिल हो रहे है विधायक दिनेश राय मुनमुन के खिलाफ चुनाव में तैयारी का दौर निरंतर जारी है इसके साथ ही सूत्र बताते है कि हर बैठक में एक बात जरूर निकलकर सामने आती है कि विधायक दिनेश राय मुनमुन लगातार ही सिवनी जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं का अपमान करते रहते है.
भाजपा के कार्यकर्ता भले ही वह दरी फट्टी बिछाने का कार्य हो या भाजपा का झंडा पकड़कर चलना हो या फिर पूर्व विधायक या पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष हो किसी का भी अपमान सार्वजनिक रूप से करने में कोई कसर नहीं छोड़ते.
गुप्त मीटिंग में मंथन सिर्फ अपमान नहीं बल्कि विधायक दिनेश राय मुनमुन द्वारा सिवनी विधानसभा के लिए क्या किया गया है उसे लेकर भी समीक्षा की गई जिसके बाद अब यह तय है कि सिवनी से मुनमुन की जगह तय किया गया निर्दलीय प्रत्याशी को ही जीत दिलानी है.
हालाँकि यह खबर तो वर्षों से सामने आती है कि सिवनी विधायक मुनमुन राय द्वारा पार्टी के किसी भी नेता को तवज्जो नही दी जाती और सार्वजनिक रूप से उनका अपमान करना दिनेश राय मुनमुन का पेशा है. इस विषय पर भी मंथन हुआ और वहां पर येही बात सामने आई कि जो कार्यकर्ता हमारे साथ इतने समय तक जुड़ा रहता है अब उसका अपमान नही सहा जाएगा उसके लिए हमे एकसाथ होना ही पड़ेगा और तय किये जा रहे उमीदवार को जीत भी दिलाना होगा.