सिवनी : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के.सी. मेशराम द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया की विगत देर रात प्राप्त रिपोर्ट में 3 पॉजिटिव मरीज मिले हैं। जिसमें छपारा मुख्यालय के संजय कॉलोनी में 1 तथा भीमगढ़ में 1, सिवनी विकासखण्ड के ग्राम लखनवाड़ा में 1 पॉजिटिव मरीज मिले हैं। वहीं विगत दिवस 4 मरीज पूर्णत: ठीक हो चुके हैं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ के सी मेशराम ने बताया कि अब तक जिले में कुल 27834 संदिग्ध व्यक्तियों के नमूने लिए गए हैं। जिसमें से 1200 कोरोना पॉजिटिव मरीज पाये गए हैं। 1126 मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं। कोरोना के 66 एक्टिव केस हैं। जिनमें से 59 मरीज होंम कोरोनटाइन हैं। जिनकी मॉनिटरिंग कोविड़ कमांड एवं कट्रोल सेंटर से की जा रहीं।
विश्व आयोडीन अल्पता विकार निवारण दिवस
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.सी. मेशराम ने बताया कि प्रत्येक 21 अक्टूबर को वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार नियंत्रण दिवस के रूप में मनाया जाता है। आयोडीन हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी माइक्रोन्यूट्रिएंट है। इसकी जरूरत शरीर में थायराईड और मेंटल ग्रोथ के लिए होती है। किसी भी बच्चे को आयोडीन की कमी दो तरह से अधिक प्रभावित करती है। पहली बार तब, जब गर्भवती महिला में आयोडीन की कमी हो तो बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास पर असर पड़ता है। बच्चों में आयोडीन की कमी होने से बच्चों की बौध्दिक क्षमता कम, मंदबुद्धि, शारीरिक कमजोरी और मांसपेशी संबंधित विकार घेंघा, अपंगता, बौनापन, बहरापन, गूंगापन, भैंगापन हो सकता है। गर्भवती महिलाओं में आयोडीन की कमी से गर्भपात का कारण हो सकता है।
वर्तमान में पूरा विश्व आयोडीन अल्पता का सामना कर रहा है, आकंडो के अनुसार भारत में 6 करोड से अधिक से लोग आयोडीन अल्पता से पीडित है, वही लाखों लोग मानसिक बाधाओं से पीडित है। हालाकि इस तरह के विकार की रोकथाम करना बहुत आसान है। इसका सबसे सरल तरीका है, रोज आयोडीन युक्त नमक का सीमित मात्रा में सेवन करना चाहिए। सामान्य व्यक्ति को प्रतिदिन 150 माइक्रोग्राम आयोडीन की आवश्यकता होती है। डॉ. मेशराम ने आयोडीन की उपयोगिता पर बल दिया और कहा की इसके लिए जागरूकता होना जरूरी है। नमक का वही पैकेट खरीदना चाहिए जिस पर लिखा हो ‘‘आयोडीन युक्त‘‘ या ‘‘आयोडाइज्ड‘‘ आयेाडिन युक्त नमक को ढक्कनदार प्लास्टिक के डिब्बे या शीशी में बंद करके रखना चाहिए। नमक हमेशा सूखे चम्ममच से निकालना चाहिए एवं नमक को सूरज की रोशनी और चूल्हे की गर्मी से दूर रखना चाहिए
आयोडीनयुक्त नमक के लाभ चुस्त दिमाग और स्वस्थ्य शरीर, उर्जा से भरपूर, अधिक कार्यक्षमता, स्वस्थ बच्चे के जन्म, गर्भ में शिशु का शारीरीक व मानसिक रूप से पूर्ण विकास, तेज दिमाग, कक्षा में बेहतर प्रदर्शन, सही बढ़त, जिले में वैश्विक आयोडीन अल्पता विकार नियंत्रण दिवस के अवसर पर 21 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक कोविड-19 को ध्यान में रखते हुऐ अभियान के रूप में कोरोना सुरक्षा एवं आयोडीन अल्पता विकार नियंत्रण सप्ताह के रूप में मनाया जा रहा है।