सिवनी (Seoni News): सिवनी जिला मुख्यालय के डूंडासिवनी चौराहे पर एक विचित्र ट्रैफिक सिग्नल लगा हुआ है. जिला प्रशासन द्वारा यह सिग्नल किस लिए और क्या सोचकर लगाया गया है यह समझ पाना अत्यधिक मुश्किल है.
डूंडासिवनी चौराहे पर लगे इस ट्रैफिक सिग्नल का औचित्य क्या है इसे समझने की बहुत कोशिश की गयी पर यह समझ से परे निकला क्योंकि यह ट्रैफिक सिग्नल सिर्फ मंडला से आने वाले ट्रैफिक को तो नियंत्रित करता है.
सिर्फ मंडला से आने ट्रैफिक को नियंत्रित करने से इस क्षेत्र में दुर्घटना की सम्भाग्वान और बढती नजर आ रही है क्योंकि यहां सिवनी जिला मुख्यालय से आने वाले ट्रैफिक और बालाघाट से आने वाले ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए कोई सुविधा नहीं है।
यह बात तो हर कोई जानता है कि अगर अच्छे यातायात को नियंत्रित करना है तो ट्रैफिक सिग्नल बहुत बडी भूमिका निभाते हैं. लेकिन यहां उल्जिटा ही है देखा जाए तो यह ट्रैफिक सिग्नल आवागमन के समय होने वाली दुर्घटना को बढ़ावा दे रहा है.
बालाघाट की तरफ से यदि कोई आ रहा है और उसे मंडला रोड की तरफ जाना है तो इसके लिए कोई सिग्नल नहीं है ऐसे में मंडला रोड से आने वाले ट्रैफिक को यदि सिग्नल हरी झंडी देता है तो दुर्घटना होना तय है. इसी तरह सिवनी से आकर कोई सिवनी से बालाघाट की तरफ जाए और मंडला रोड से आने वाले को ग्रीन सिग्नल मिले तो भी दुर्घटना होना तय है.
यदि जिला प्रशासन यहां दोनों सड़कों पर और भी सिग्नल लगाने पर विचार कर रहा है तो उन्हें उस समय तक के लिए इस सिग्नल को भी बंद कर देना चाहिए जिससे उस समय तक किसी प्रकार की कोई दुर्घटना ना हो.
4 साल से धूल खा रहे ट्रैफिक सिग्नलों पर खर्च हुए थे लाखों रुपए, ना पालिका ना प्रशासन किसी को नहीं चिंता
सिवनी जिले में यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से सिवनी जिले के नगरीय क्षेत्रों के प्रमुख चौक चौराहे में लटकाए गए ट्रैफिक सिग्नल लगभग 4 वर्षों से धूल खा रहे है। सिवनी जिले में कई ऐसे व्यस्ततम क्षेत्र है जहाँ ट्रैफिक हमेशा ही बना रहता है.
नगर के बीचो बीच कोतवाली थाने से कुछ कदम दूर नगर पालिका चौराहे जैसे व्यस्ततम इलाके का ट्रैफिक सिग्नल भी बंद पड़ा है, हालाँकि सिर्फ नगरपालिका चौराहा ही नहीं नगर के पूरे सिग्नल ही बंद पड़े हुए है.