Seoni News: सिवनी जिले में जबलपुर लोकायुक्त की टीम द्वारा की गई एक अहम कार्रवाई में सहायक मत्स्य अधिकारी मुकुंद राव बांसोड़कर को ₹20,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। इस गिरफ्तारी के बाद सिवनी में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत संदेश गया है।
रिश्वत की मांग का खुलासा
यह मामला उस वक्त सामने आया जब ग्राम पानीवाला के निवासी देवी प्रसाद राहंगडाले (49) ने जबलपुर लोकायुक्त को शिकायत की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य योजना के अंतर्गत निजी भूमि पर तालाब निर्माण के बाद उन्हें मत्स्य बीज और चारा की खरीद के लिए सब्सिडी चाहिए थी। लेकिन सहायक मत्स्य अधिकारी मुकुंद राव बांसोड़कर ने सब्सिडी के बदले में उनसे ₹20,000 की रिश्वत मांगी थी।
लोकायुक्त की सटीक कार्रवाई
शिकायत की पुष्टि के बाद, लोकायुक्त की टीम ने अधिकारी पर नजर रखनी शुरू की। सिवनी जिले के सिंधिया चौक के पास स्थित पंजाब नेशनल बैंक के नजदीक चाय की दुकान के सामने लोकायुक्त ने जाल बिछाया। जैसे ही मुकुंद राव बांसोड़कर ने राहंगडाले से रिश्वत की राशि ली, लोकायुक्त की टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया।
लोकायुक्त की टीम का सराहनीय कार्य
इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व सहायक पुलिस अधीक्षक नीतू त्रिपाठी ने किया। उनके साथ निरीक्षक नरेश बेहरा, कमल सिंह उइके और अन्य अधिकारियों की टीम भी शामिल रही। लोकायुक्त की इस त्वरित कार्रवाई से एक बार फिर यह साबित हुआ कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
भ्रष्टाचार पर कड़ा प्रहार
सिवनी में यह घटना न केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कार्रवाई मानी जा रही है, बल्कि इससे सरकारी अधिकारियों में भी डर का माहौल बन गया है। इस तरह की घटनाएं आम जनता को न्याय दिलाने के लिए जरूरी हैं और भ्रष्ट अधिकारियों पर नकेल कसने का प्रयास भी।